Patna: किसी के साथ छेड़खानी तो कोई डोमेस्टिक वायलेंस का शिकार हो रही है किसी को डाउरी हैरेसमेंट की परेशानी तो कोई रेप केस की शिकार हो रही है.


घर से लेकर बाहर तक असुरक्षितकहा जाए तो बिहार में हर दिन लगभग 3 महिलाएं किसी ना किसी वायलेंस की शिकार हो रही हैं। यह सच्चाई नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो के आंकड़े से जाहिर होती है। आंकड़े के अनुसार बिहार में महिलाएं घर से लेकर बाहर तक असुरक्षित हैं। घरों में होती है प्रताडि़तवीमेन कमीशन, वीमेन हेल्प लाइन और महिला थाना में आने वाले मामलों में सबसे अधिक डोमेस्टिक वायलेंस के होते हैं। महिलाएं घर में ही प्रताडऩा का शिकार अधिक हो रही हैं। महिलाओं को पति और परिवार के मेंबर्स द्वारा प्रताडि़त किया जाता है। मार पीट की घटनाएं तो आम हैं। वीमेन हेल्प लाइन से मिली जानकारी के अनुसार हाई प्रोफाइल फैमिली में भी आए दिन डोमेस्टिक वायलेंस की घटनाएं घटती हैं। छेड़खानी के मामले नहीं होते दर्ज
छेड़खानी आदि के मामले थाने में कम दर्ज होते हैं। वीमेन हेल्प लाइन और वीमेन कमीशन में छेड़खानी संबंधी आए दिन मामले दर्ज होते हैं। अगर नेशनल क्राइम रिपोर्ट ब्यूरो की मानें तो पटना शहर में अभी तक मात्र 1 ही छेड़खानी की घटना हुई है। वीमेन हेल्प लाइन की काउंसलर सरिता सजल ने बताया कि कॉलेज स्टूडेंट्स के साथ सड़क, ऑटो, बस आदि में आए दिन छेड़खानी होती है। इससे बचाव के लिए स्पेशल प्रोग्राम भी हेल्प लाइन की ओर से चलाया जा रहा है।नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो के अनुसार पटना में घटी 2012 की घटनाएंरेप केस  -  51छेड़खानी  - 1सेक्सुल हैेरेसमेंट  - 35डोमेस्टि वायलेंस  - 379दहेज हत्या  - 100अपहरण एवं धोखे से कहीं ले जाना - 305वीमेन हेल्प लाइन में जनवरी से अक्टूबर तक दर्ज केस टोटल डोमेस्टिक वायलेंस  - 230दहेज के मामले  - 71अन्य मामले  - 154वीमेन कमीशन में जनवरी से अक्टूबर तक दर्ज केसटोटल डोमेस्टिक वायलेंस  - 447दहेज के मामले  - 324अन्य मामले  - 785महिला थाना में जनवरी से अक्टूबर तक दर्ज केस टोटल डोमेस्टिक वायलेंस  - 265दहेज के मामले  - 24अन्य मामले  -  624हेल्प लाइन में हर दिन 10 से 20 केस आते हैं। महिलाएं आज भी प्रताडि़त होती हैं। अवेयरनेस की कमी है। इस ओर काम करना होगा। महिलाएं अपने अधिकार के बारे में नहीं जानती हैं।प्रमिला, प्रोजेक्ट डायरेक्टर, वीमेन हेल्प लाइन।डोमेस्टिक वायलेंस के केसेज तो हर दिन आते हैं। घर में महिलाएं अधिक प्रताडि़त होती है। कानून तो कई है लेकिन महिलाएं अवेयर नहीं हैं। अपने प्रोटेक्शन के संबंध में वो कुछ नहीं जानतीं।


चंद्रमुखी, मेंबर, बिहार स्टेट वीमेन कमीशन.

Posted By: Inextlive