आर्थिक अपराध इकाई ने कसा थानेदार पर शिकंजा. दारू के धंधेबाजों से संबंध रखने का आरोप. एक साथ तीन ठिकानों पर मारी गई रेड.

पटना (ब्यूरो)। अवैध शराब के धंधेबाजों के साथ संबंध रखने के आरोप में आर्थिक अपराध इकाई के फंदे में आए लालगंज के थानेदार चंद्रभूषण शुक्ला के पास से वैध स्रोत से 93 प्रतिशत ज्यादा की संपत्ति मिली है। ज्ञात हो कि आर्थिक अपराध ईकाई ने बुधवार को चंद्रभूषण शुक्ला के छपरा शहर स्थित आवास, सीवान के रघुनाथपुर स्थित पैतृक आवास व वैशाली के लालगंज स्थित कार्यालय व आवास पर एक साथ रेड मारा। थानेदार सीबी शुक्ला मूलरूप से सीवान के रघुनाथपुर थाना अंतर्गत पंजवार गांव के निवासी हैं।

मिले जमीन के दस्तावेज
ईओयू द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार जांच में यह सामने आया है कि चंद्रभूषण शुक्ला की पत्नी के नाम पर बेतिया में एक आवासीय भूखंड तथा एक कृषि भूखंड, इनके पिता के नाम से छपरा में एक आवासीय मकान मिला है। इसे 42.93 लाख रुपए में खरीदा गया है। चंद्रभूषण शुक्ला की पत्नी के नाम से बैंक अकाउंट में 11.79 रुपए जमा पाये गये हैं। शुक्ला द्वारा विभिन्न बीमा पॉलिसियों के प्रीमियम, म्यूचुअल फंड तथा वाहन खरीदने में करीब 34.74 लाख रुपए खर्च किए गए हैं। इनके द्वारा अन्य मदों में करीब 13.71 लाख रुपए खर्च किए गए हैं।

वैध स्रोत से ज्यादा की संपत्ति
ईओयू द्वारा मिली जानकारी के अनुसार सीबी शुक्ला को वेतन व अन्य ज्ञात स्रोतों से करीब 64 लाख रुपए की आय हुई है जबकि कुल अर्जित परिसंपत्ति 89,4600 रुपए पाए गए हैं। जबकि थानेदार शुक्ला का कुल खर्च 34,6,434 रुपए पाए गए हैं। इस तरह से इनकी संभावित बचत करीब 29,93,564 रुपए होनी चाहिए। शुक्ला की आय से अधिक परिसंपत्ति 59,6200 रुपए पाई गई है। जो इनके आय के ज्ञात स्रोत से करीब 93 प्रतिशत अधिक है। तलाशी में करीब नौ बैंक अकाउंट से संबंधित दस्तावेज, दो लॉकर, जमीन के कागजात, 92 हजार नकद, एलआईसी में निवेश से जुड़े कागजात व अन्य निवेश के दस्तावेज बरामद किए गए हैं, जिनकी समीक्षा की जा रही है। निगरानी अदालत से वारंट जारी होने के बाद कई डीएसपी के नेतृत्व में टीम ने थानेदार शुक्ला के ठिकानों की तलाशी ली।

2009 बैच के थानेदार
ईओयू द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार चंद्रभूषण शुक्ला 2009 बैच के सीधे नियुक्त पुलिस अवर निरीक्षक हैं। ट्रेनिंग के पश्चात इन्होंने 2010 में बेतिया में अपना योगदान दिया था। जून 2016 से जनवरी 2019 तक चंद्रभूषण पूर्वी चंपारण जिले में कार्यरत रहे तथा जनवरी 2019 से अब तक ये वैशाली जिले में पदस्थापित हैं। इस दौरान इन्होंने स्वयं, अपनी पत्नी व परिजनों के नाम पर काफी संपत्ति को अर्जित किया है। इनके द्वारा विभिन्न बैंक, वित्तीय संस्थानों में काफी राशि का निवेश किया गया है। यह भी सूचना है कि सीबी शुक्ला ने अवैध रूप से अर्जित राशि को अपने परिजनों के माध्यम से बैंक अकाउंट में जमा करवा कर उसे वैध बनाने का प्रयास किया है। थानेदार शुक्ला के बैंक खातों को फ्रीज करने की कार्रवाई चल रही है। आगे की जांच में इनके द्वारा अर्जित अन्य चल, अचल परिसंपत्तियों की जानकारी होने की संभावना है। बैंक खातों में जमा राशि का सत्यापन होने के बाद एफआईआर में दर्ज राशि में वृद्धि हो सकती है।

Posted By: Inextlive