- गंगा ब्रिज थानाध्यक्ष ने छेड़खानी की शिकार लड़की को दी नसीहत

- टॉल प्लाजा से पुल के बीच थाना से सटे एनएच पर मनचलों ने की छेड़खानी

- चलती स्कूटी पर दो बाइक पर सवार चार मनचलों ने दिया घटना को अंजाम

- लड़की व उसके रिश्तेदार ने थाना परिसर में भागकर बचाई जान

PATNA: 'युवक नशे में था इसलिए उसने जो कुछ भी किया, उसे भूल जाओ' हाजीपुर-पटना के बीच बाइक से अपनी रिश्तेदार के साथ जा रही लड़की के साथ दो बाइक पर सवार जब चार युवकों ने जब छेड़खानी की, तो इसकी शिकायत करने गंगा ब्रिज थाना पर अपने रिश्तेदार के साथ पहुंची लड़की को पुलिस ने यह नसीहत दे डाली। जानकर हैरत होगा कि नसीहत देने वाला कोई सिपाही नहीं, बल्कि गंगाब्रिज थाना का प्रभारी है। लड़की रो-रोकर अपने साथ घटी घटना का जिक्र कर रही थी।

पीछा करने लगे दोनों

युवती ने बताया कि वह आरएन कॉलेज से परीक्षा देकर अपने रिलेटिव के साथ स्कूटी से पटना लौट रही थी। वह स्कूटी पर पीछे बैठी हुई थी। उसकी स्कूटी ज्योंहि हाजीपुर-पटना महात्मा गांधी सेतु मार्ग के गंगाब्रिज थाना क्षेत्र के टॉल प्लाजा से आगे बढ़ी थी कि दो बाइक सवार मनचलों ने उसकी स्कूटी के दोनों तरफ से सामानान्तर अपने घेरे में ले लिया। बाइक पर चार युवक बैठे हुए थे। सभी ने मिलकर उसके साथ छेड़खानी करनी शुरू कर दी। सभी कभी उसकी पीठ पर हाथ से थपकी देते, तो कभी गाल पर तो कभी सिर पर। सभी काफी भद्दी-भद्दी बातें भी बोल रहे थे। युवती के परिजन ने जब विरोध किया, तो उसे एक चाटा रसीद करते हुए युवकों ने उन्हें सिर्फ गाड़ी चलाने को कहा। यह सभी वाकया चलती स्कूटी पर ही घटी। पीछे से आ रही एक बाइक पर दो युवकों ने भी जब इस घटना का विरोध किया, तो उसे ऐसा धक्का युवकों ने दिया कि वह दोनों बाइक समेत बीच सड़क पर उलट गए। धक्का-मुक्की के दौरान युवती के रिश्तेदार युवक को मौका मिल गया तथा उसने एक डिवाइडर से स्कूटी को मोड़ कर तेजी से गंगाब्रिज थाना के परिसर में घुस गया। थाना में घुसते देख मनचले पुल के तरफ भाग निकले। घटना से युवती इतनी भयभीत थी कि वह पटना जाने से इनकार कर रही थी। उसका कहना था सभी पुन: पुल पर उसे घेर लेंगे।

पुलिस चाहती तो पकड़े जाते

सरेशाम युवती के साथ छेड़खानी की घटना से पुलिस की व्यवस्था की कलई खोलकर रख दी है। युवती को थाना पर रोते बिलखते देख काफी संख्या में लोग जुट गए। सभी इस घटना से सदमे में थे कि काश वह सभी उनके चंगुल में फंस जाते, फिर तो छेड़खानी का भूत किस कदर भागता कि शायद वह कभी कल्पना में भी नहीं सोचा होगा। छेड़खानी से व्यथित युवती को थानाध्यक्ष ने पाठ पढ़ाया कि सभी नशे में थे, जो हुआ सो हुआ उसे भूल जाओ। युवती को समझाने के बाद वे अपने काम में व्यस्त हो गए। यदि पुलिस चाहती तो पुल के दूसरे छोर पर सभी मनचले पकड़ लिए जाते। सिर्फ उन्हें पुल के दक्षिणी छोर स्थित पटना पुलिस को दूरभाष से सूचित कर देना था, लेकिन थानाध्यक्ष ने यह मुनासिब नहीं समझा। युवती व उसके रिश्तेदार अंत में रोते-बिलखते एक-दूसरे को ढांढस बंधाते भगवान भरोसे पटना के लिए गंगाब्रिज थानाध्यक्ष को तहे दिल से शुक्रिया अदा करते हुए रवाना हो गए।

Posted By: Inextlive