जिंदगी जीने का नाम है एक्टिंग
- पांचवां जागरण फिल्म फेस्टिवल में संजय मिश्रा और संदीप ए वर्मा ने रखी अपनी बातें
- पब्लिक के पूछे गए सवालों का दिया जवाब, दिखाई गई कई सारी फिल्म, डिस्कशन भी हुएPATNA : बंटा हुआ नहीं है और न ही कहानी को लेकर कोई द्वंद ही होता है, बल्कि यह पूरी तरह से बहाव है, जिसे एक नियत समय पर रोका और शुरू किया जाता है। इसके आगे और भी कहानी बाकी होती है मेरे दोस्त। एक्टिंग जिंदगी जीने का नाम है। उसे इस तरह से जीना चाहिए कि सामने वाले देखकर बोले कि वाह क्या चीज है। फिल्म के डायरेक्टर और एक्टर पहली बार पांचवा जागरण फिल्म फेस्टिवल के दौरान दर्शकों से रूबरू हुए तो पब्लिक के ढेर सारे सवालों का जवाब दिया। फिल्म मंजूनाथ के डायरेक्टर संदीप ए वर्मा के साथ-साथ दर्शकों ने एक्टर संजय मिश्रा से भी ढेरों बातें की और इस दौरान संजय मिश्रा के साथ उनकी अनोखी फिल्म आंखों देखी भी देखी और उससे जुड़े सवाल भी किए। संजय मिश्रा ने दर्शकों के सीरियस और लाइट मूड के ढेरों सवाल के जवाब दिए। तारामंडल में खचाखच भर हॉल में मौजूद सिने प्रेमियों ने अपनी दिल की बात अपने फेवरेट कलाकारों से पूछा।
कंगना के क्वीन ने दिए कई मैसेजजागरण की ओर से दर्शकों के लिए तीन फिल्म भी दिखाई गई। इसमें से एक ब्लॉक क्ख् था, तो दूसरा क्वीन को दर्शकों ने खूब सराहा। वहीं रजत कपूर के डायरेक्शन में बनी फिल्म आंखों देखी में एक आदमी की कहानी और उसकी यात्रा को दर्शकों ने खूब सराहा। जानकारी हो कि पांचवा जागरण फिल्म फेस्टिवल के दूसरे दिन दर्शक सुबह से देर शाम तक जमे रहे और अपने फेवरेट एक्टर और डायरेक्टर से बातचीत भी किया। अंतिम दिन भी सुबह दस बजे से फिल्मी शो शुरु हो जाएगा। संडे को एक साथ चार फिल्मों का प्रसारण तारामंडल में किया जाएगा।
आज की फिल्म क्0:00 बजे -एक वुमेन एज ए फ्रेंड क्ख्:फ्0 बजे -नेताजी सुभाष चंद्र बोस द फॉरगेटन हीरो ब्:फ्0 बजे - दो बीघा जमीन म्:00 बजे - शुद्ध देशी रोमांस