-अब काम के आधार पर ही होगा कृषि विभाग में मूल्यांकन

PATNA: खेती-बारी की समस्या से किसानों को निजात दिलाने और नई तकनीक के बारे में बताने के लिए कृषि विभाग ने अपने अधिकारियों एवं कर्मचारियों को हफ्ते में कम से कम दो दिन गांवों में जाने का निर्देश दिया है। कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि कार्यालय में बैठने के बजाय किसानों के बीच जाएं। उनकी समस्याएं सुनें। समाधान करें। कृषि मंत्री शुक्रवार को बामेती के सभागार में खेती-बारी से संबंधित राज्यस्तरीय समीक्षा कर रहे थे।

बुधवार एवं गुरुवार को करें दौरा

इस दौरान उन्होंने कृषि सचिव एवं निदेशक समेत सभी पदाधिकारियों को बीजों की होम डिलीवरी के बिहार मॉडल को केंद्र सरकार द्वारा पूरे देश भर में शुरू किए जाने पर बधाई दी। कृषि मंत्री ने कहा कि अब काम के आधार पर मूल्यांकन होगा। इसलिए अच्छी सोच एवं तत्परता के साथ हमें किसानों के लिए काम करना है। सभी कृषि पदाधिकारी प्रत्येक बुधवार एवं गुरुवार को क्षेत्र का दौरा करें। इस दौरान कृषि योजनाओं का निरीक्षण करें। क्षेत्रीय कृषि पदाधिकारी हर हफ्ते अपने कार्यालय में एक दिन निर्धारित कर किसानों से जरूर मिलें। जिला स्तर पर बने संयुक्त कृषि भवन एवं प्रखंड स्तर पर ई-किसान भवन में किसानों के लिए अतिथि कक्ष की व्यवस्था की जाए।

Posted By: Inextlive