राजनीतिक दल ऐसे गिरोह को रैलियों में भीड़ जुटाने के लिए देते हैैं संरक्षण

पटना (ब्यूरो)। शास्त्री नगर थाना एवं राज्य पुलिस मुख्यालय से दो सौ मीटर की दूरी पर जूता दुकानदार उज्ज्वल उर्फ सोनू उर्फ धौनी की गोली मारकर हत्या करने की वारदात में शामिल एक और आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। उसकी पहचान पाटलिपुत्र के इंद्रपुरी रोड नंबर 11/ए के हाउस संख्या 24 निवासी अविनाश कुमार उर्फ सूरज (19) के रूप में हुई है। इससे पहले हत्याकांड में शूटर की भूमिका निभाने का आरोपित इंद्रपुरी रोड नंबर 14 निवासी शिव कुमार उर्फ शिवजी (25) कोर्ट में आत्मसमर्पण कर चुका है। एसएसपी डा। मानवजीत ङ्क्षसह ढिल्लों ने बताया कि सूरज ङ्क्षकग्स आफ पटना नामक बाइकर्स गिरोह का सदस्य है। पहले इसका संचालन गोलू ङ्क्षसह और शुभम सरकार करते थे, लेकिन दोनों ने बाइकर्स गिरोह से दूरी बना ली। इसी गिरोह का सदस्य रहे दिवाकर ने कमान संभाल ली थी। पुलिस उसे आम्र्स एक्ट के मामले में एक फरवरी को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। एसएसपी ने बताया कि उज्जवल हत्याकांड में अब तक दो आरोपित गिरफ्तार हो चुके हैं। वहीं, एक आरोपित ने सरेंडर कर दिया। अभी पांच अभियुक्त फरार हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है। वे 30 जनवरी की शाम तीन बाइक पर सवार होकर उज्ज्वल की हत्या करने आए थे। उज्ज्वल भी ङ्क्षकग्स आफ पटना गिरोह का सदस्य था, लेकिन तिरंगा यात्रा निकालने के दौरान गैंग में दो फाड़ हो गया। उज्ज्वल और उसके साथियों ने मारपीट की थी, जिसमें दूसरे पक्ष के युवक गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इसी प्रतिशोध में उज्ज्वल की जान ली गई थी।

राजनीतिक पार्टियों का प्राप्त हैं संरक्षण

एसएसपी ने कहा कि शहर के कई मोहल्लों में विभिन्न नामों से बाइकर्स गिरोह सक्रिय हैं। उन्हें राजनीतिक पार्टियों का संरक्षण प्राप्त हैं। राजनीतिक दल ऐसे गिरोह को रैलियों में भीड़ जुटाने और धरना-प्रदर्शन करने के लिए मोटी रकम देते हैं। इससे संचालक हथियार आदि खरीदता है। गिरोह के सदस्यों के लिए खाने-पीने की भी व्यवस्था कराई जाती है। वहीं, लोग जमीन पर कब्जा करने के लिए भी इस तरह के गिरोह को रुपये देते हैं।

60-70 बाइकर्स को किया गया चिह्नित

एसएसपी ने बताया कि पूर्व में करीब 250 बाइकर्स की सूची तैयार की गई थी, लेकिन अब वे सक्रिय नहीं हैं। पुलिस ने 60-70 बाइकर्स की नई सूची तैयार की है। उन पर नजर रखी जा रही है। इंटरनेट मीडिया पर भी स्टंट का वीडियो, रील्स और तस्वीरें अपलोड करने वालों की पहचान कर भी कार्रवाई होती है। पुलिस ने शहर में बाइक से स्टंट रोकने के लिए जेपी गंगा पथ, नेहरू पथ समेत कई सड़कों पर एएनपीआर कैमरे लगाए हैं, जो वाहन का रजिस्ट्रेशन नंबर कैद कर लेते हैं। इससे आरोपितों की पहचान करने में सहूलियत होती है।

Posted By: Inextlive