-एनएमसीएच और गुरु गोविंद सिंह हॉस्पिटल में पांच दिन से नहीं आई कोरोना जांच की रिपोर्ट

PATNA: पटना में हर दिन नए संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इन दिनों लगभग दो से ढाई हजार पॉजिटिव मामले मिल रहे हैं। लेकिन इसकी वास्तविक संख्या इससे कहीं अधिक है। लेकिन रूटीन तरीके से जांच प्रभावित होने के कारण कई सैंपल की रिपोर्ट चार से पांच दिनों के बाद मिल रही है। नियमत: जांच के दूसरे दिन तक रिपोर्ट मिलना चाहिए। लेकिन चौथे या पांचवे दिन तक रिपोर्ट मिल रही है। एनएमसीएच, गुरु गोविंद सिंह हॉस्पिटल समेत अन्य जांच केन्द्रों पर लैब टेक्निशियन संक्रमित हैं। लेकिन इनकी जगह पर नए टेक्निशियन को कमी वाले जगहों पर बहाल नहीं किया जा रहा है। इस वजह से जांच रिपोर्ट पर असर पड़ रहा है।

पीएमसीएच

यहां जांच के लिए वैशाली समेत आठ जिलों के सैंपलों कलेक्ट कर दिए जाते हैं और यहां आने वाले सैंपलों की भी जांच की जाती है। लेकिन यहां भी बहुत अधिक संख्या में बैकलॉग हो रहा है। अन्य जिलों के सैंपलों के रिपोर्ट मिलने में पांच से छह दिनों का समय लग रहा है.यहां भी तीन से चार टेक्निशियन संक्रमित है। यहां कुछ दिनों पहले ही लैब टेक्निशियन के संक्रमित होने के कारण लैब सैनिटाइजेशन किया गया था।

एनएमसीएच

यहां हर दिन लगभग ढ़ाई हजार के करीब सैंपलों की जांच होती है। लेकिन यहां लगातार दूसरे दिन भी जांच बंद रही। एनएमसीएच में छह जिलों की जांच की जाती है। लेकिन लगातार दूसरे दिन भी यहां किसी की जांच रिपोर्ट नहीं आ सकी। यहां छह टेक्निशियन कार्यरत हैं। लेकिन सभी के संक्रमित होने के कारण सैंपलों की जांच नहीं हो रही है। यही वजह है कि जांच में बैकलाग की समस्या हो रही है।

गुरु गोविंद सिंह हॉस्पिटल

पटना सिटी स्थित गुरू गोविंद सिंह हॉस्पिटल में जांच बंद है। यहां दो लैब टेक्निशियन कार्यरत है। इसमें एक बीमार हैं और दूसरा कोरोना संक्रमित होकर होम कोरेंटाइन में हैं। यहां सिविल सर्जन द्वारा भेजे सैंपल भी आते हैं और स्थानीय लोगों क सैंपल भी आते हैं। यहां भी लगभग एक हजार के करीब जांच हो रही है। लेकिन दूसरे दिन जांच प्रभावित रहा। यहां लैब सैनिटाइजेशन किया गया है। मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ पशुपति नाथ सिंह ने बताया कि सिविल सर्जन से तकनीकी स्टाफ की मांग की गई है। लेकिन मंगलवार को कोई स्टाफ नहीं मिला।

गार्डिनर रोड हॉस्पिटल

यहां पर जांच के लिए हर दिन लगभग दो सौ से 300 लोगों के सैंपल लिए जा रहे हैं। यहां जांच के लिए सैंपल आरएमआरआई और अन्य सेंटरों को भेजा जाता है। लेकिन यहां जांच कराने वाले लोगों का कहना है कि उन्हें रिपोर्ट मिलने में चार से पांच दिनों का समय लग जाता है। शास्त्री नगर निवासी प्रयाग सिंह ने कहा कि जांच 15 अप्रैल को कराया था लेकिन रिपोर्ट 20 अप्रैल को मिला। इसी प्रकार, किदवईपुरी निवासी राजीव सिंह ने बताया कि यहां रिपोर्ट के लिए बहुत इंतजार करना पड़ रहा है। मालूम होता तो कहीं और जांच करा लेते।

अभी कुछ स्टाफ संक्रमित हैं। इस वजह से जांच पर असर हुआ है। कुछ स्टाफ बढ़ाने के लिए सरकार का लिखा गया है। अभी इसका प्रतिउत्तर नहीं मिला है।

-डॉ हीरालाल महतो, प्रिंसिपल एनएमसीएच

Posted By: Inextlive