-छोटा भाई गणेश झारखण्ड में बैठा रहा, जबकि बड़ा भाई चुहवा पटना से कर रहा था मैनेज

-गणेश ही है वह शख्स जो दे रहा धमकी, आवाज की पहचान घर वालों ने की, कुंदन तो सबसे छोटा मोहरा

-गणेश है सरगना, पीएलएफआई का बिहार में कर रहा संचालन, हथियारों का तस्कर रहा है

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PATNA : गणेश, कभी क्राइम की दुनिया का बहुत छोटा नाम, जिसे एक बार पटना पुलिस ने रहम करते हुए छोड़ दिया था। हथियारों की तस्करी करते वक्त उसे पकड़ा गया था, लेकिन तब वह इतना बीमार था। पुलिस को भी उसपर दया आ गई थी। वही कमजोर और छोटा नाम आज इतना मजबूत हो चुका है कि बिहार पुलिस ही नहीं बल्कि झारखण्ड पुलिस के लिए भी चैलेंज बना हुआ है। बहादुरपुर हाऊसिंग कॉलोनी फ्लैट में हुए धमाकों की जांच कर रही पुलिस को अब यह पता चल चुका है कि इस पूरे कांड का सरगना गणेश ही है। कुंदन, सोनू और छोटू तो बहुत छोटे मोहरे हैं। गणेश नालंदा के ही हिलसा का रहने वाला है। वह झारखण्ड में बैठकर पटना में अपनी गतिविधियों को संचालित कर रहा है। इसमें उसका साथ दे रहा उसका भाई चुहवा। बहादुरपुर हाऊसिंग कॉलोनी बम ब्लास्ट के समय भी चुहवा पटना में एक्टिव था। यही नहीं सोनू जिस बाइक से बम ब्लास्ट के बाद भाग था वह भी चुहवा की ही थी, जिसे उसने चिकसोहरा के जरखा नाम के आदमी से खरीदी थी। वह भी सिर्फ एक कागज पर बिक्री पत्र लिखकर। गाड़ी को अपने नाम पर ट्रांसफर भी नहीं करवाया था। सोनू को इसी काम के लिए उसने घटना के तीन दिन पहले ही वह बाइक दी थी।

धमकी आवाज की हुई पहचान

सरकार को ही चैलेंज कर रहा गणेश। उसने कुछ दिनों पहले धमकी भी दी थी और भी बम है, कभी भी उड़ा सकते हैं। यही नहीं उसने चिकसोहरा को प्रखण्ड बनाने की भी मांग रख दी थी। पुलिस उसकी धमकी सुनती रही। गणेश ने ही बम ब्लास्ट करने का जिम्मा भी लिया था, अब यह क्लीयर हो चुका है। उसकी रिकार्ड की हुई आवाज की पहचान जांच कर रही टीम ने करवाई है। उसकी फैमिली के लोगों को उसकी आवाज सुनाकर यह स्पष्ट कर लिया गया कि यह गणेश की ही आवाज है और झारखण्ड में बैठकर वह पटना के सारे खेल खेल रहा है। मामले की जांच में लगे एक ऑफिसर ने बताया कि ब्लास्ट के समय वह पटना आया भी नहीं, हां उसका भाई चुहवा कुछ दिनों से उस एरिया में था। बाइक की जानकारी मिलने के बाद से यह साफ हो गया कि चुहवा इस कांड को अपनी देखरेख में करवा रहा था।

पीएलएफआई का यहां कर रहा संचालन

गणेश पहले नक्सलियों को भी हथियारों की सप्लाई करता था। इसके बाद वह धीरे धीरे पीएलएफआई के संपर्क में आ गया और बिहार में इसके संचालन का जिम्मा ले लिया। यहां संगठन के नाम पर रंगदारी वसूलने का काम भी शुरू किया। इसके लिए कई जगहों पर पर्चे भी बंटवाये। सोनू स्मार्ट है और उसे भी अपने साथ कर लिया। उसके जरिये कई काम भी करवाये। गणेश भी झारखण्ड के आजसू नेता तिलेश्वर साहू हत्याकांड में एक्यूज है। पुलिस सोर्सेज के मुताबिक दिलीप गोप पीएलएफआई को चलाता है और उसके ही इशारे पर बिहार का जिम्मा गणेश ने ले रखा है। एक पुलिस ऑफिसर ने बताया कि पटना बहादुरपुर हॉऊसिंग कॉलोनी में हुए बम कांड की पूरी साजिश गणेश और उसके भाई के ही दिमाग की उपज है। बम ब्लास्ट हो जाने से उनका काम पूरा नहीं हुआ। पुलिस और भी जानकारी जुटा रही है कुछ दिनों में बड़े खुलासे हो सकते हैं।

Posted By: Inextlive