बिहार में बैठी खाप पंचायत प्रेमी-प्रेमिका को गांव से किया बहिष्कृतवो दोनों एक दूसरे से बहुत प्यार करते थे. एक साथ जीना चाहते थे. उनकी आंखों में कुछ सपने थे जो उन्होंने मिलकर देखे थे. जब दोनों को लगा कि उन्हें साथ जीने नहीं दिया जाएगा तो वे अपने सपनों को पूरा करने के लिए घर छोड़कर कहीं दूर चले गए वहां शादी की. जब अपनों की याद आई तो लौटे लेकिन तब तक बहुत कुछ खत्म हो चुका था. क्योंकि उन्होंने एक बड़ी गलती की थी. एक ऐसी गलती जिसे तथाकथित समाज माफ नहीं कर सकता. दोनों एक ही गांव के रहने वाले है इसलिए गांववालों ने मिलकर सजा देने का निर्णय लिया और हरियाणा की तरह बिहार के एक गांव में बैठी खाप पंचायत.

पंचायत में निर्णय लिया गया कि एक गांव के ही लड़का लड़की आपस में प्रेम नहीं कर सकते, इन दोनों ने यही गलती की है तो सजा मिलनी चाहिए। इसलिए इन दोनों को इस गांव में नहीं रहने दिया जाएगा। उनका हुक्का पानी बंद कर दिया जाए। लड़की और लड़के के माता-पिता अपने वसीयत से भी तुरंत बेदखल कर दें।

 

दीघवारा का है मामला

दिघवारा थाना क्षेत्र के मीरपुर भुआल गांव में सोमवार को कई गांव के लोग इकट्ठा हो गए । ये लोग उस प्रेमी युगल को देखने आए थे जिन्हें गांव निकाला दिया गया था। इस गांव के रहने वाले आकाश (काल्पनिक नाम) और अंजलि (काल्पनिक नाम) दोनों एक दूसरे से प्रेम करते थे। जब दोनों को यह लगा कि उनकी गांव वाले शादी नहीं होने देंगे तो वे कलकत्ता भाग गए। वहां शादी की और जब गांव वापस आए तो उन्हें घर में घुसने नहीं दिया गया। आकाश और अंजलि के परिवारवालों ने उन्हें गांव निकाला की सजा सुना दी। उन्होंने लिखित में दिघवारा थाने में हलफनामा दिया कि अब इनका कोई रिश्ता नहीं है और न ये हमारे वसीयत में उत्तराधिकार रखते हैं. 

 

Posted By: Inextlive