कूरियर कंपनी कर्मियों के जरिये बीपीएससी पेपर लीक -कूरियर कंपनी के कर्मियों की मिलीभगत से लीक हुआ पेपर -ट्रांसपोर्टेशन कंपनियों के कर्मी की भी रही रही थी भूमिका -पटना से नवादा के बीच प्रश्न पत्रों को किया गया था स्कैन -डॉ शिव इस मामले में मेन मास्टमाइंड के तौर पर आया है सामने-डीटीडीसी और जेनिथ लॉजिस्टि सपोर्ट और ट्रांसपोर्टर कंपनी डीपी वल्र्ड की भूमिकाओं की और हो रही हैं जांच

पटना ब्‍यूरो। बीपीएससी पेपर लीक मामले में परत दर परत खुलती जा रही है। अब जो इसमें नए तथ्य आए हैं उसके अनुसार कूरियर कंपनी के कर्मियों को मिलाकर और उन्हें मोटी पैसे का लालच देकर रास्ते से पेपर गायब करा लिया जाता था।

पूरे मामले का डॉ शिव है मास्टर माइंड

आर्थिक अपराध इंकाई के अनुसार इस पूरे मामले का मास्टर माइंड विशाल चौरसिया को समझा जा रहा था। लेकिन डॉ शिव उससे भी उपर की चीज है। उसने ही पूरे मामले में अहम भूमिका निभाते हुए पेपर लीक को कराया और फिर हजारीबाग में छात्रों को लेकर उन्हें प्रश्न पत्र याद करवाए थे।

इंटर स्टेट ग्रुप की कई राज्यों में होने वाले परीक्षाओं पर होती है नजर

ईओयू के अनुसार यह एक इंटर स्टेट ग्रुप है। जिनकी कई राज्यों में चल रहे अहम परीक्षाओं पर नजर होती है। पहले इनकी कोशिश होती है कि पेपर जहां पर प्रिंट हो रहे हैं। वहीं पूरे मामले को मैनेज कर लिया जाए। लेकिन जब वहां बात नहीं बन पाती थी। तब इनके पास एक दूसरे विकल्प यह होता है था कि ट्रांस्पोर्टेशन के लिए कूरियर कंपनियां प्राइवेट पार्टी को इसका जिम्मा देती थी। तो यह लोग कूरियर कंपनी के के कुछ लोगों के अलावा कूरियर कंपनी को लॉजिस्टिक सपोर्ट मुहैया कराने वाले लोगों को मोटी मुनाफा का लालच देकर मिला लेते थे।

मास्टर माइंड डॉ शिव से पूछताछ में कूरियर कंपनी का नाम आया सामने

डॉ0 शिव कुमार की गिरफ्तारी में सफलता मिली। टीम द्वारा 01. डॉ0 शिव कुमार को राज्य मध्य प्रदेश के जिला-उज्जैन से गिरफ्तार किया गया। इसके साथ इसके गिरोह के अन्य चार शातिर अपराधियों 02 बल्ली उर्फ सदीप कुमार पे0-रणवीर पासवान, 03 प्रदीप कुमार पे0-सूर्यमणि प्रसाद, 04. तेज प्रकाश पे0-कृष्णदेव प्रसाद एवं 05 सौम्या कुमारी पे0-स्व0 संजय कुमार की भी गिरफ्तारी उज्जैन से हुई।
गिरफ्तार अभियुक्तों ने कई चरणों के सघन पूछताछ में कई महत्वपूर्ण खुलासे किये। जिसके आधार पर काण्ड का उद्भेदन किया जा सका। इन्होने बताया कि ये कई वर्षों से प्रश्नपत्र लीक करवाने के धधे में लगे है, जिससे इन्हें मोटी कमाई होती है। ये लगातार इस टोह में रहते है कि किस राज्य के किस प्रिटिंग प्रेस में प्रश्नपत्र छप रहा है एव प्रश्नपत्रो का क्रञ्जह्म्ड्डठ्ठह्यश्चशह्म्ह्लड्डह्लद्बशठ्ठ किस प्रकार किया जाना है। वहाँ के कर्मचारियों से ये मोटी राशि पर सौंदा तय करते है एवं प्रश्नपत्र प्राप्त हो जाने पर उन्हें अभ्यर्थियों को परीक्षा से पूर्व निर्धारित स्थानों जैसे क्र॥शह्लद्गद्यह्य/क्रद्गह्यह्यशह्म्ह्लह्य/क्चड्डठ्ठह्नह्वद्गह्ल द्धड्डद्यद्यह्य/स्ड्डद्घद्ग ॥शह्वšद्गह्य इत्यादि में ले जाकर उसका उत्तर याद करवा देते है तथा वहाँ से उन्हें अपनी अभिरक्षा में ही सीधे परीक्षा केन्द्र पहुँचा दिया जाता है। बी0पी0एस0सी0 बीपीएससी 3.0 की परीक्षा में इन्हें पत्ता चल गया था कि प्रश्नपत्र के क्रञ्जह्म्ड्डठ्ठह्यश्चशह्म्ह्लड्डह्लद्बशठ्ठ का कार्य क्रष्ठ.ञ्ज.ष्ठ.ष्ट। कोरियर कंपनी द्वारा किया जाना है, जिसमें कुछ गाडियों एक प्राईवेट व्यक्ति श्रीनिवास चौधरी से भी ॥द्बह्म्द्ग किया जाना है। श्रीनिवास चौधरी अक्सर कई लॉजिस्टिक कपनियों को अपनी गाडियों उपलब्ध करवाते हैं। तत्काल इन्होने राहुल पासवान जो कि मोहल्ला मिर्धामिर्ची थाना बाईपास जिला-पटना स्थितक्र्र ंद्गठ्ठद्बह्लद्ध द्यशद्दद्बह्यह्लद्बष्ह्य श्च1ह्ल। द्यह्लस्र। कोरियर कपनी में मुशी था। को बडे मुनाफे का लालच देकर तैयार किया कि वह श्रीनिवास चौधरी को मैनेज करे।


पटना से नवादा के बीच स्कैन हुआ था पेपर
12.03.2024 को राहुल पासवान ने श्रीनिवास चौधरी को अपने साथ मिलकर पटना से जिला-नवादा में प्रश्न-पत्र ले जाने के क्रम में ही पेटी से निकालकर उन्हे स्कैन करने की योजना बना ली। जैसे ही क्रष्ठञ्जष्ठष्ट क्कड्डह्लठ्ठड्ड से श्रीनिवास चौधरी के वाहनों पर प्रश्नपत्र कि पेटियों लोड होने के बाद निकली, उसके जिला नवादा हेतु प्रश्नपत्र लेकर जाने वाले ड्राईवर रामभवन पासवान को भी श्रीनिवास एवं राहुल द्वारा इस कार्य हेतु मोटे रकम का लालच देकर तैयार कर लिया गया। जैसे ही नियत समय पर गाडी बुद्धा फैमिली रेस्टुरेंट नगरनौसा पहुंची और चालक द्वारा रेस्टुरेंट में गाड़ी खड़ी कर दी गई। वहाँ योजनानुसार पूर्व से ही डॉ0 शिव, सजीव कुमार उर्फ सजीव मुखिया (शिव के पिता) एवं इनके गिरोह के कई सदस्य मौजूद थे, जिनके द्वारा होटल मालिक अवधेश कुमार के जानकारी में प्रश्नपत्र की पेटी को क्रह्यश्चद्गष्द्बड्डद्यद्ब5द्गस्र ह्लशशद्यह्य के माध्यम से खोलकर प्रश्नपत्र को स्कैन कर लिया गया। उल्लेखनीय है कि विशेष टीम द्वारा इस गिरोह के कुछ क्रह्यश्चद्गष्द्बड्डद्यद्ब5द्गस्र ह्लशशद्यह्य जप्त भी किये गये है।


क्र5द्गठ्ठद्बह्लद्ध द्यशद्दद्बह्यह्लद्बष्ह्य श्च1ह्ल द्यह्लस्र के दो मुशियों 06 राहुल पासवान एव 07 रमेश पासवान की भूमिका

इस खुलासे के बाद गठित टीम द्वारा कई जिलों में निरतर छापेमारी कर क्र5द्गठ्ठद्बह्लद्ध
द्यशद्दद्बह्यह्लद्बष्ह्य श्च1ह्ल द्यह्लस्र के दो मुशियों 06 राहुल पासवान एव 07 रमेश पासवान 08.क्र 5द्गठ्ठद्बह्लद्ध द्यशद्दद्बह्यह्लद्बष्ह्य के ड्राईवर रामभवन पासवान एवं 09. शिवाकात सिंह 10 क्रष्ठ.ढ्ढ.ष्ठ.ष्ट। कोरियर कपनी
के क्र1द्गठ्ठस्रशह्म् श्रीनिवास चौधरी 10 बुद्धा फैमिली रेस्टुरेंट नगरनौसा के अवधेश कुमार को भी गिरफ्तार किया गया। इन सभी से भी पूरी घटना के सबंध में विस्तृत पूछताछ किया गया जिससे कई महत्वपूर्ण जानकारियों प्राप्त हुई हैं। इनके द्वारा पूर्व में भी ऐसे मामलों में शामिल होने के प्रमाण प्राप्त हुये है जिनके संबध में जॉच एवं सत्यापन का कार्य किया जा रहा है। इस गिरोह के पास से कुछ पेनड्राईव भी बरामद हुए हैं जिनमें क्रह्लह्म्ड्डठ्ठह्यश्चशह्म्ह्लद्बठ्ठद्द/ द्यशद्दद्बह्यह्लद्बष्ह्य ष्शद्वड्डश्चड्डठ्ठद्बद्गह्य के गोपनीय डाटा भी पाया गया है, जिसका विश्लेषण किया जा रहा है।
इन सभी के द्वारा बताये गया कि इनके अन्य सह अपराधकर्मियों की गिरफ्तारी हेतु लगातार कई जिलों में छापेमारी जारी है। अनुसधान के दृष्टिकोण से अन्य अपराधकर्मियों के नाम गोपनीय रखे जा रहे है।

बिहार पुलिस पेपर लीक भी इसी तर्ज पर

अग्रत्तर अनुसंधान से पता चला कि सी0एस0बी0सी0 (बिहार पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा) प्रश्न-पत्र लीक मामला 2023 में ट्रांसपोर्टर का कार्य क्रष्ठ.क्क। 2शह्म्द्यस्र कपनी को मिला था। जिनके द्वारा पुन: यह जिम्मेदारी क्र5द्गठ्ठद्बह्लद्ध द्यशद्दद्बह्यह्लद्बष्ह्य क्क1ह्ल। रुह्लस्र पटना को दिया गया था। इस काण्ड में क्र5द्गठ्ठद्बह्लद्ध द्यशद्दद्बह्यह्लद्बष्ह्य के ही दो मुशी क्रमश राहुल पासवान एवं रमेश पासवान और दो ड्राईवर रामभवन पासवान एवं शिवाकात सिंह को गिरफ्तार किया गया है। इसके आधार पर सी0एस0बी0सी0 (बिहार पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा) प्रश्न-पत्र लीक मामले में भी महत्वपूर्ण सुराग प्राप्त हुए है।

Posted By: Inextlive