- आईडब्ल्यूएआई ने करार के मुताबिक पांच जहाजों में से दूसरा लाल बहादुर शास्त्री जहाज शि¨पग कंपनी को सौंपा

- गायघाट स्थित बंदरगाह से र¨वद्र नाथ टैगोर जहाज पर चावल और लाल बहादुर शास्त्री जहाज पर चावल का भूंसा रविवार को होगा रवाना

PATNA :

राष्ट्रीय जलमार्ग संख्या एक में गंगा के रास्ते मालवाहक जहाजों के ट्रायल के बाद अब विधिवत परिचालन शुरू हो गया है। सड़क, रेल व हवाई मार्ग की तरह जलमार्ग को सामान्य करने के लिए शुक्रवार को गायघाट स्थित बंदरगाह पर भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण के प्रभारी निदेशक अर¨वद कुमार ने लाल बहादुर शास्त्री मालवाहक जहाज शि¨पग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के कैप्टन शांतनु को सौंपा। जलमार्ग को बढ़ावा देने के लिए अधिकारियों ने व्यापारियों के साथ बैठ किया। उन्होंने बताया कि जलमार्ग से माल ढुलाई अपेक्षाकृत सस्ता, सरल व सुरक्षित है।

निदेशक ने बताया कि करार के अनुसार कुल पांच मालवाहक जहाज कॉर्पोरेशन को सुपुर्द किया जाना है। इनमें से र¨वद्र नाथ टैगोर जहाज पहले ही दिया जा चुका है। लाल बहादुर शास्त्री के बाद अब तीसरा जहाज डॉक्टर होमी जहांगीर भाभा एक महीने के अंदर सौंप दिया जाएगा। इस जहाज का कोलकाता में अभी मरम्मत कराया जा रहा है।

शि¨पग कारपोरेशन के कैप्टन शांतनु ने बताया कि वाराणसी से 35 टन चावल का भूंसा लेकर लाल बहादुर शास्त्री जहाज पटना पहुंचा है। इस जहाज पर पटना स्थित बंदरगाह से 35 टन चावल का भूंसा लोड किया जा रहा है। कोलकाता से 6 टन दाल रवींद्रनाथ टैगोर जहाज पटना बंदरगाह पहुंचा। इस जहाज पर 10 कंटेनर में पटना से चावल लोड कर उसे रविवार को कोलकाता भेजा जाएगा। प्रभारी निदेशक ने बताया कि पटना से भेजे जा रहे चावल के भूसा से कोलकाता में इथेनॉल और जानवरों का चारा तैयार किया जाएगा।

Posted By: Inextlive