किलकारी बाल भवन के बच्चों को डॉल्फिन के प्रति किया गया अवेयर


पटना (ब्यूरो)। डॉल्फिन को सामने से देखने, डॉल्फिन के बारे में कई विशेष जानकारी प्राप्त करने और बाल मन के कौतुहल को शांत करने का अवसर सचमुच रोमांचक होता है। ऐसा ही एक अवसर रहा- तीन दिवसीय भ्रमण सह प्रशिक्षक कार्यक्रम का। इसका आयोजन किलकारी, बाल भवन की ओर से किया गया था। जिसमें यहां के लगभग 30 बच्चों ने पार्टिसिपेट किया। इस तीन दिवसीय कार्यक्रम में प्रशिक्षण और एजुकेट करने के लिए जूलाजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (जेडएसआई) पटना के ज्वाइंट डायरेक्टर एवं सीनियर साइंटिस्ट डॉ गोपाल शर्मा ने अग्रणी भूमिका निभाई। उन्होंने बताया कि डॉल्फिन चंूकि राष्ट्रीय जलीय जीव है और इसका संरक्षण महत्वपूर्ण है। इस दृष्टि से यह बच्चों के ज्ञानवद्र्धन की दृष्टि से काफी सफल रहा। इसके अंतर्गत गंगा में एनआईटी घाट से फतुहां के त्रिवेणी घाट तक नाव से विजिट किया गया।

टूर में 11 डॉल्फिन दिखे
गंगा में टूर का नेतृत्व कर रहे जेडएसआई के ज्वाइंट डायरेक्टर डॉ गोपाल शर्मा ने बताया कि शुरूआती टूर में एनआईटी घाट से दीदारगंज तक डॉल्फिन नहीं दिखे। लेकिन इसके आगे दीदारगंज से त्रिवेणी घाट तक 11 डॉल्फिन देखा गया। सुखद अनुभव यह रहा कि इस दौरान 3 डॉल्फिन का नवजात बच्चा अपने मां के साथ तैरता हुए देखा गया। डॉ गोपाल ने बताया कि बच्चों में डॉल्फिन के प्रति खास उत्सुकता देखी गई। इसे देखना सभी के लिए पहला अनुभव था। बच्चों के लिए डॉल्फिन के प्रति अवेयर करने के लिए तीन दिनों तक थ्योरिटकल क्लास दिया गया। साथ ही, रेस्क्यू और रिहैबिलिटेश का भी प्रशिक्षण दिया गया।

Posted By: Inextlive