-सीएम ने पिपरा-पिपरासी तटबंध और बगहा शहर के सुरक्षात्मक कार्य का किया हवाई सर्वेक्षण

-गंडक बराज का लिया जायजा अधिकारियों संग की समीक्षा बैठक

CHAMPARAN: वाल्मीकिनगर के ऐतिहासिक गंडक बराज के क्षतिग्रस्त फाटकों को जल्द बदला जाएगा। यह बात सीएम नीतीश कुमार ने कही। बताया गया कि इस दिशा में बरसात बाद काम शुरू होगा। इंजीनियर्स को जरूरी दिशा-निर्देश दिए गए हैं। दरअसल, सीएम फ्राइडे दोपहर 12.12 बजे वाल्मीकिनगर पहुंचे थे। इससे पहले सीएम ने गंडक नदी पर बने पिपरा-पिपरासी तटबंध और बगहा शहर के सुरक्षात्मक कायरें का हवाई सर्वे किया। इस दौरान भितहां प्रखंड के चंदरपुर में उनका हेलीकॉप्टर पिपरा-पिपरासी तटबंध के ¨बदु संख्या 32.38 किमी से 32.56 किमी के बीच काफी नीचे आया। सीएम ने क्षतिग्रस्त बोल्डर स्टड संरचनाओं के पुनस्र्थापन कार्य का अवलोकन कर संतोष जताया। यह तटबंध बिहार और उत्तरप्रदेश की सीमा पर स्थित है। यहां के बाद गंडक बराज के भारतीय सीमा में स्थित सभी 18 फाटकों का बारी -बारी से अवलोकन किया। इस दौरान एक कुशल अभियंता की भूमिका में दिखे। बराज के अभियंताओं से 12 नंबर फाटक के ऑटोमेटिक संचालन को कहा। इस क्रम में क्षतिग्रस्त फाटकों पर चर्चा हुई। अभियंताओं ने कहा कि जल दबाव के कारण आंशिक रूप से तीन फाटक बैंड हो गए हैं। इसे शीघ्र बदला जाएगा। सीएम ने फाटकों के अवलोकन के बाद बराज के नियंत्रण कक्ष पहुंचे। जहां इस वर्ष के अबतक के जलस्तर की जानकारी ली। साथ ही अधिकारियों से बराज संचालन की जानकारी ली और समीक्षा बैठक की। यहां से 1.24 बजे सीएम का काफिला रवाना हो गया।

कामगारों का हौसला बढ़ाया

बराज के कंट्रोल रूप के ठीक बगल में लगाए जा रहे पेवर ब्लॉक की गुणवत्ता देखकर सीएम संतुष्ट दिखे। वहां काम कर रहे प्रवासी कामगारों का हौसला बढ़ाया। कहा कि सरकार प्रवासियों को रोजगार उपलब्ध कराने की हर संभव कोशिश कर रही है। इसके लिए युद्धस्तर पर काम चल रहा है। निरीक्षण के दौरान वाल्मीकिनगर विधायक धीरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ ¨रकू सिंह, विधान पार्षद भीष्म सहनी, पूर्व सांसद कैलाश बैठा, मुख्य सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव हंस, तिरहुत प्रमंडल आयुक्त पंकज कुमार, डीएम कुंदन कुमार आदि थे।

Posted By: Inextlive