कनेक्शन दो किलोवाट का और कंजम्पशन 10 किलोवाट का. चोरी पकड़े जाने पर जुर्माना किया जा रहा है. बिजली विभाग के अधिकारियों के अनुसार 80 प्रतिशत घरों में ओवरलोडिंग की स्थिति है.

पटना ब्‍यूरो। जहां क्षमता से अधिक बिजली बिल की खपत की जा रही है, वहां भी लोड नहीं बढ़ाई जा रही है।

केस नंबर 1
7 मार्च 2024 को बिजली छापेमारी टीम कोतवाली थाना क्षेत्र के कुसुम कुमारी के घर पहुंची थी। वहां उन्होंने देखा कि मीटर की क्षमता से अधिक बिजली का इस्तेमाल कर में किया जा रहा है। बिजली टीम को अनुमान था कि इससे कंपनी को 50 हजार का नुकसान हुआ है। इस मामले में कोतवाली थाना में कुसुम के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है।

केस नंबर 2
5 मार्च को बिजली छापेमारी टीम ने नीलेश कुमार नाम के शख्स के बेली रोड स्थित व्यवसायिक परिसर में छापेमारी की थी। वहां उन्होंने देखा कि यहां पर मीटर की क्षमता महज एक केवी है। लेकिन इस क्षमता से अधिक बिजली का उपयोग किया जा रहा है। इसके अलावा अलग से तार कनेक्ट करके भी बिजली चुराई जा रही थी। मामले में केस दर्ज करा दिया गया है।

केस नंबर 3
कंकड़बाग के विपिन चौधरी के आवासीय परिसर में स्मार्ट मीटर लगा हुआ था। लेकिन यहां पर क्षमता से अधिक बिजली का उपयोग हो रहा था। इसके अलावा बिजली कर्मियों को एक और चीज पता चली कि पोल से आने वाले कवर तार के अंदर दो तार थे जिसमें एक मीटर से वाईपास होकर उससे बिजली चलाए जा रहे थे। यहां पर भी मामला थाना पहुंचा और केस दर्ज कराई गई है।

केस नंबर 4
कंकड़बाग थाना क्षेत्र के रामबरण सिंह के आवासीय परिसर का भी यही हाल था। यहां पर एक तो स्वीकृत क्षमता से अधिक की बिजली जलाई जा रही थी। दूसरी कि पीवीसी तार बाईपास करके बिजली की भी चोरी की जा रही थी।
केस 5.
फिक्स लोड बढऩे पर फिक्स चार्ज डबल हो जाती है
विद्युत कंपनी स्वीकृत लोड से ज्यादा बिजली के इस्तेमाल पर उपभोक्ताओं से एनर्जी और फिक्स चार्ज डबल ले रही हैं। बिल ज्यादा आने पर उपभोक्ता विद्युत कंपनी पर दोषारोपण करते हैं। अगर वे औसतन खपत का आकलन कर लोड बढ़वा लें तो झंझट से मुक्ति पा सकते हैं। बिहार में 90 फीसद उपभोक्ता स्वीकृत लोड से अधिक बिजली का इस्तेमाल कर रहे हैं। बिहार विद्युत विनियामक आयोग ने लोड से ज्यादा बिजली के इस्तेमाल पर ज्यादा चार्ज वसूलने की स्वीकृति डिमांड बेस्ड टैरिफ में पहले ही दे दी है। अगर आपने दो किलोवाट का कनेक्शन ले रखा है और दोगुना लोड इस्तेमाल करते हैं तो दो किलोवाट अतिरिक्त लोड का दोगुना फिक्स चार्ज भी लगेगा। यानी सिंगल फेज में प्रति किलोवाट फिक्स चार्ज 40 रुपये लगता है तो दो किलोवाट का 80 रुपये होगा। अतिरिक्त दो किलोवाट लोड पर 160 रुपये चार्ज होगा। यानी कुल 240 रुपये देना पड़ेंगे। यही नहीं एनर्जी चार्ज पर दंड देना पड़ेगा। आपने 200 यूनिट बिजली का इस्तेमाल किया है तो इसमें 100 यूनिट बिजली पर नॉर्मल शुल्क लगेगा। जबकि 100 यूनिट बिजली पर दोगुने दर से वसूली होगी।

वर्जन

यह नैतिक विषय है। अगर आपने कम क्षमता का मीटर लिया है। और लोड से अधिक बिजली का इस्तेमाल कर रहे हैं। तो एक उपभोक्ता के तौर पर खुद नुकसान में होंगे। क्योंकि डोमेस्टिक यूज में फिक्स चार्ज 80 रुपये लगता है। यहीं फिर अगर क्षमता से अधिक यूज होता है तब फिर 160 रुपये लगता है। सुविधा एप से अपनी लोड आसानी से बढ़ाया जा सकता है।
मनीष कांत
असिस्टेंट इंजीनियर
पटना

Posted By: Inextlive