PATNA : दशरथ राय की मौत ट्रेन से कटकर नहीं हुई थी. बल्कि इसकी हत्या की गई थी. हत्या के इस रहस्मयी वारदात की गुत्थी को पटना पुलिस ने महज 12 घंटे में सुलझा लिया है. साथ ही दशरथ की हत्या करने वाले दो लोगों को अरेस्ट भी किया है. दरअसल 25 दिसंबर को दीदारगंज थाने की पुलिस ने रेलवे ट्रैक से एक युवक की डेड बॉडी बरामद की थी. जिसकी पहचान बांसतल इलाके के रहने वाले धनेश राय के बेटे दशरथ के रूप में की गई थी. युवक की मौत को लेकर लोकल पŽिलक ने हंगामा किया था और कुछ समय के लिए रोड को जाम कर दिया था. फैमिली वालों के बयान पर अज्ञात अपराधियों के खिलाफ हत्या करने का पुलिस ने एफआईआर दर्ज किया था.

अफेयर के कारण हुआ ऐसा

एसएसपी के निर्देश पर रूरल एसपी की अगुआई में एक टीम बनी। एसडीपीओ फतुहा और दीदारगंज थानेदार की टीम ने मामले की जांच तेजी से शुरू की। पहले ही दौर में पता चला कि दशरथ की बातचीत किसी बेबी (बदला हुआ नाम) नाम की लड़की से होती थी। अक्सर दशरथ बेबी से मिलने भी जाता था। दोनों के बीच अफेयर चल रहा था। इसी आधार पर पुलिस टीम बेबी के घर पहुंची। उससे पूछताछ की। लेकिन उसने पुलिस के सवालों का सही जवाब नहीं दिया। जांच के दौरान ही पुलिस को दशरथ का मोबाइल मिला लड़की के घर से मिला। उसके सीमकार्ड को बालू के अंदर दबा दिया गया था। जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया।

 

फरार थे पिता और चाचा 

मामले की जांच और बेबी से पूछताछ के दौरान पुलिस टीम को पता चला कि एक बिस्कुट कंपनी में काम करने वाले बेबी के पिता अमरनाथ राय और चाचा विनोद राय शुक्रवार की सुबह से ही फरार हैं। देर शाम तक दोनों वापस घर नहीं आए थे। शक के आधार पर पुलिस ने इन दोनों की तलाश शुरू की। कुछ घंटे में ही दोनों पुलिस के हत्थे चढ़ गए। टीम ने पिता और चाचा से एक-एक कर पूछताछ शुरू की। जिसमें दोनों ने अपना गुनाह कबुल कर लिया। हत्यारों ने पुलिस को बताया कि बेबी 25 दिसंबर की सुबह घर पर नहीं थी।

 

साइंटफिक तरीके से इस केस की जांच की गई है। महज 12 घंटे में इस Žलाइंड केस को डिटेक्ट किया गया है और दोनों हत्यारों को भी पकड़ा गया है। पूरे मामले का स्पीडी ट्रायल कराया जाएगा। बढिय़ा काम करने के लिए थानेदार और उनकी टीम को पुरस्कृत भी किया गया है. 

- मनु महाराज, एसएसपी, पटना

Posted By: Inextlive