- डेंग के नए केस की संख्या तेजी से बढ़ रही बारिश के कारण डेंगू के मामलों में आई जबरदस्त तेजी

पटना (ब्यूरो)। पटना में डेंगू के केस में बेतहाशा तेजी देखी जा रही है। शनिवार को पटना में डेंगू के 108 नए केस मिले हैं। इसके साथ ही सरकारी आंकड़े के अनुसार, इस सीजन में अब तक 1280 केस की पुष्टि हो चुकी है। सिविल सर्जन, पटना की यह रिपोर्ट है। हालांकि पटना में अधिकांश जांच प्राइवेट में हो रहे हैं और अभी भी सही-सही संख्या का पता नहीं चल रहा है। लेकिन यदि सरकारी और प्राइवेट जांच को मिला दे तो यह अनुमान लगाया जा सकता है कि इसका असर कितना अधिक है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने यह जानने का प्रयास किया कि आखिर कुल सैंपल में कितने प्रतिशत डेंगू के मामले निकल रहे हैं। इस जानकारी के लिए सरकारी और प्राइवेट लैब के सैंपल और इसके बाद डेंगू की रिपोर्ट के आधार पर यह पता चला कि प्रति सौं सैंपल में अधिकतम 40 डेंगू के मामले मिल रहे हैं। यह ट्रेंड कभी- कभी अधिक भी हो जाता है।

दो महीने में मिले 1200 से अधिक मामले
पटना के प्रमुख प्राइवेट लैब में जाकर दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने यह जानकारी ली कि हर लैब में सैंपल के बाद कितने रिपोर्ट पॉजिटिव मिल रहे हैं। इसके लिए एसआरएल लैब, सुरक्षा लैब और सेन डायग्नोस्टिक में इसकी पड़ताल की गई। कमोबेश सभी लैब से यही जानकारी प्राप्त हुई कि जांच में कम से कम 40 प्रतिशत मामले डेंगू वाले मिल रहे हैं। इसके अलावा पीएमसीएच और एनएमसीएच से भी लगभग यही जानकारी मिल रही है। महज दो माह में डेंगू के 1200 से अधिक केस मिल चुके हैं। शनिवार को पीएमसीएच में 71 सैंपल की जांच की गई, 33 डेंगू्र मिले। एनएमसीएच में 89 सैंपल जांच की गई, 42 डेंगू मिले है।

डेंगू के तीन बडे ऑब्जर्वेशन
डेंगू के लगातार बढ़ते मामले के ट्रेंड पर दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने पटना मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ विद्यापति चौधरी से बातचीत की। उन्होंने डेंगू को लेकर कॉलेज में चल रहे अध्ययन का जिक्र किया और बताया कि अभी अध्ययन जारी है। कई जानकारियां सामने आना बाकी है। लेकिन तीन बड़ी बातें या ट्रेंड अभी ऑब्जर्व किया जा रहा है। पहली बात, डेंगू के मामले बढ़ रहे हैं लेकिन यह गंभीर प्रवृति का या जानलेवा नहीं है। दूसरा, यह युवाओं को अधिक संक्रमित कर रहा है। और तीसरा, जिन लोगों को कोविड का गहरा असर हुआ था, उन्हें यह आसानी से हो रहा है। अध्ययन अभी जारी है। वहीं, नालंदा मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ हीरालाल महतो का कहना है कि बारिश में डेंगू का प्रसार तेजी से होता है। जब तापमान गिरना शुरू होगा, इसके नए मामलों में भी कमी आएगी।

इस वर्ष डेंगू वायरस का स्ट्रेन हल्का
एनएमसीएच में मेडिसिन के एचओडी डा। अजय कुमार सिन्हा ने कहा कि डेंगू वायरस डेन-1, डेन-2, डेन-3 व डेन-4 सेरोटाइप यानी चार प्रकार के होते हैं। डेन-1 और डेन-3 सेरोटाइप का डेंगू कम खतरनाक होता है। इस बार अधिकतर मरीजों में डेंगू के हल्के लक्षण उभर रहे हैं। बहुत से लोगों में अपेक्षाकृत बुखार भी बहुत तेज नहीं हो रहा है। कुछ लोगों में तेज बदन या सिरदर्द के बजाय इसकी तीव्रता बहुत कम है। हालांकि, अभी तक जितने रोगी आए हैं उन सभी में कुछ कम या ज्यादा बुखार अवश्य रहा है। यही कारण है कि दो-तीन दिन से बुखार होने पर डाक्टर डेंगू की जांच करा रहे हैं।

Posted By: Inextlive