-जमुई के नागी में तीन दिवसीय पक्षी महोत्सव का सीएम ने किया शुभारंभ

JAMUI: पक्षियों को मारे नहीं, नई पीढ़ी इन्हें बचाएं। यह बातें सीएम नीतीश कुमार ने सैटरडे को कही। उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी को पक्षियों की सुरक्षा पर ध्यान देने की जरूरत है। झारखंड के अलग होने के बाद बिहार में 9 परसेंट वन क्षेत्र बचे थे, जिसे एनडीए के शासनकाल में बढ़ाकर 15 परसेंट किया गया। यह गौरव की बात है कि राज्य का पहला पक्षी महोत्सव नागी-नकटी पक्षी आश्रयणी में शुरू किया गया है। सीएम सैटरडे को नागी में 3 दिवसीय राजकीय पक्षी महोत्सव के शुभारंभ अवसर पर बोल रहे थे।

बढ़ेगा पर्यटन का क्षेत्र

सीएम ने कहा कि हाल में पटना में सचिवालय के बगल में मौजूद तालाब में पक्षियों को लुभाने के लिए कई कदम उठाए गए। यहां तो पूर्व से प्रवासी पक्षी आते रहते हैं। बड़ी तादाद में स्थानीय पक्षियों का भी बसेरा है। पर्यावरण को समृद्ध् करने के लिए जल, जीवन और हरियाली योजना शुरू की गई। जल और हरियाली है, तभी जीवन है। लोगों ने इसे लेकर बनाई गई मानव श्रृंखला को भी भरपूर समर्थन दिया। यह पक्षी महोत्सव पर्यटन के क्षेत्र को भी बढ़ावा देगा।

10 करोड़ साल पुराने पर्वत

सीएम ने कहा कि यहां के पर्वत दो से 10 करोड़ साल पुराने हैं। सभी लोग इन्हें जानें, समझें और नई पीढ़ी को इसके लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि हर साल ऐसे महोत्सव का आयोजन किया जाना चाहिए। वे किसी दिन अचानक यहां पहुंचकर इस जगह की सुंदरता को निहारेंगे। अभी भीड़ के कारण प्रवासी पक्षी भी यहां छिप गए हैं। उन्होंने बताया कि 13-13 दिन लगातार उड़ते हुए ये पक्षी दूसरे देशों से हमारे यहां पहुंचते हैं।

कदवा में गरुड़ों का संरक्षण

इससे पहले नागी पहुंचकर उन्होंने पक्षी संचेतना केंद्र और पक्षी आश्रयणी के लोगों का लोकार्पण किया। यहां उन्हें इंटरएक्टिव टच कियोस्क से पक्षियों के संरक्षण के प्रयासों की जानकारी दी गई। वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के प्रधान सचिव दीपक सिंह ने उन्हें भागलपुर के कदवा दियारा में गरुड़ों के संरक्षण को लोगों के प्रयास के बारे में भी बताया।

13 दिन उड़कर आते हैं पक्षी

उन्हें बताया गया कि पहाडि़यों में मौजूद टॉर्स पत्थर दक्षिण बिहार में सिर्फ यहीं मिलता है। यहां से वे पक्षी विज्ञानियों की टीम के पास पहुंचे। पक्षी विज्ञानियों ने उन्हें बताया कि दूसरे देशों में जब सर्दी अधिक पड़ती है तो वहां से पक्षी यहां पहुंचते हैं। इस दौरान उन्होंने एक पक्षी टिकिटकी को छल्ला पहनाकर उड़ाया। विज्ञानियों ने उन्हें बताया कि ये पक्षी रूस से 13 दिनों का सफर कर भारत पहुंचते हैं। नीतीश ने पर्यावरणिवद अरविंद कुमार मिश्रा के प्रयासों की भी सराहना की। बर्ड वॉच सेंटर से पक्षियों का मुआयना करने के अलावा उन्होंने जलाशय में करीब आधे घंटे तक नौका विहार भी किया। मौके पर अन्य अफसर मौजूद थे।

लोगों के सहयोगी रहे हैं पक्षी : तारकिशोर प्रसाद

उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि युगों से पक्षी लोगों के सहयोगी रहे हैं। राम के समय जटायु की चर्चा मिलती है। कार्तिकेय भगवान का वाहन मयूर था। उन्होंने पक्षियों के संरक्षण के लिए लोगों का सहयोग भी मांगा। मौके पर जल संसाधन विभाग के मंत्री विजय कुमार चौधरी भी मौजूद थे।

Posted By: Inextlive