-19 को पटना में जुटेंगे देश के जाने-माने न्यूरो डॉक्टर

PATNA: लोगों की लाइफ लांगिविटी बढ़ी है। इसी के साथ बीमारियां भी बढ़ी हैं। ब्लड प्रेशर की बीमारी तो आम हो गई है। इसे जल्दी से जल्दी कंट्रोल करने का दबाव भी पेशेंट्स डॉक्टर पर देते हैं, पर डॉक्टर को इसे तुरंत कंट्रेाल नहीं करना चाहिए। ये खतरनाक हो सकता है। ये कहा पटना जाने-माने न्यूरो फिजिशियन डॉ गोपाल प्रसाद सिंहा और डॉ एके अग्रवाल ने। इंडियन एपलेप्सी एसोसिएशन की ओर से क्9 अप्रैल को आयोजित होने वाले न्यूरोलॉजी अपडेट की जानकारी देते हुए डॉ एके अग्रवाल ने कहा कि मिरगी के दो रूप हैं। एक आनुवंशिक और दूसरा अन्य बीमारियों की वजह से। टीबी के गांठ ब्रेन में होने, सिर के चोट या कान का रिम ब्रेन में जाने से भी मिरगी हो सकता है।

न्यूरोलॉजी अपडेट में ये होगा खास

न्यूरोलॉजी अपडेट के ऑर्गेनाइजिंग सेक्रेटरी डॉ अशोक कुमार ने बताया कि यह नेशनल लेवल का सेमिनार होगा,जिसका आयोजन इंडियन एपलेप्सी एसोसिएशन एवं न्यूरोलॉजी डिपार्टमेंट आईजीआईएमएस कर रहा है। क्9 अप्रैल को होटल मौर्या में होने वाले इस सेमिनार में डॉ(प्रो) यू के मिश्रा, न्यूरोलॉजी डिपार्टमेंट, एसजीपीजीआई लखनऊ लकवा होने पर कौन-कौन सी दवाइयां दें इस पर व्याख्यान देंगे। डॉ (प्रो) कामेश्वर प्रसाद, न्यूरोलॉजी डिपार्टमेंट एम्स दिल्ली लकवा पेशेंट्स में बीपी का इलाज कैसे हो इस पर चर्चा करेंगे। डॉ। (प्रो) पीके महेश्वरी, हेड न्यूरोलॉजी डिपार्टमेंट मेडिकल कॉलेज आगरा, डॉ अशोक पनगरिया, डॉ (प्रो) धनपत कोचर, डॉ(प्रो) प्रमोद पाल, डॉ अशोक कुमार, डॉ अमर कुमार सिंह भी अपने व्याख्यान देंगे। डॉ(प्रो) ए के अग्रवाल ने बताया कि बिहार के डॉक्टरों को इस सेमिनार से नए रिसर्च की जानकारी मिलेगी और आखिरकार इसका बड़ा लाभ पेशेंट्स को मिलेगा।

Posted By: Inextlive