साइंस कॉलेज पर 56 लाख व सैदपुर पर 1.5 करोड़ बकाया.

पटना (ब्यूरो)। उच्च शिक्षा के मंदिर और बिहार के सबसे बड़े यूनिवर्सिटी पटना यूनिवर्सिटी बकाया बिजली बिल के बोझ तले दब गया है। यह बिल महीनों से बकाया है। साइंस कॉलेज का चार कनेक्शन काटा गया है। इसमें भारत सरकार के सहयोग से स्थापित बायोकेमेस्ट्री डिपार्टमेंट, जियोलॉजी डिपार्टमेंट समेत अन्य डिपार्टमेंट शामिल हैं। पीयू के विभिन्न कॉलेजों को मिलाकर करीब 22 हजार स्टूडेंट पढ़ाई करते हैं। हर बार और हर साल बिजली बिल चुकाने को लेकर समस्या है। लेकिन सीनेट और सिंडिकेट की महत्वपूर्ण बैठक में तमाम मुद्दों के बीच पीयू की वित्तीय स्थिति को लेकर व्यापक चर्चा नहीं होती है। यदि जल्द ही बिजली बिल का भुगतान नहीं किया गया तो पटना साइंस कॉलेज और लॉ कॉलेज के अलावा और भी कैंपस में स्थायी रूप से अंधेरा हो जाएगा।

क्यों बढ रहा बिजली बिल का बोझ
यह कोई पहली बार नहीं है जब बिजली बिल का बोझ यूनिवर्सिटी और कॉलेज पर आया है। पीयू प्रशासन का कहना है कि स्टूडेंट्स द्वारा बिजली का अधिक प्रयोग होता है। हीटर आदि भी जलाए जा रहे हैं। इस कारण बिल अधिक हो जाता है। जिसे एक बार में चुकाने की स्थिति में कॉलेज या यूनिवर्सिटी नहीं है। इस बार भी करीब डेढ़ करोड़ रुपए सैदपुर हॉस्टल का बकाया है। जिसके लिए पीयू प्रशासन लगातार जद्दोजहद कर रहा है।

पहले और अब की स्थिति
करीब दो दशक पहले तक बिहार सरकार की ओर से पीयू समेत अन्य यूनिवर्सिटीज को ग्रांट दिया जाता था। यह राशि न केवल बिजली बिल के भुगतान के लिए होती थी बल्कि इसी राशि से लैब के कीमती इक्यूपमेंट और स्टूडेंट्स की जरूरतें भी पूरी होती थी। लेकिन करीब 20 साल से यह बंद है। अब बिहार सरकार बार-बार यह कहती है कि बिजली बिल का भुगतान आंतरिक स्रोत से ही किया जाए। वहीं, पीयू की वित्तीय स्थिति की जानकारी लेने पर बताया गया कि अभी यह स्थिति बिल्कुल नहीं है कि बिजली बिल का भुगतान आंतरिक स्रोत से किया जा सके। इस संबंध में पीयू प्रशासन को बिहार सरकार की ओर से पत्र भी आ चुका है।

एडमिशन में ही लिया जाए शुल्क
बीएन कॉलेज में भी बिजली बिल बड़ी समस्या बनी हुई है। इस बारे में बीएन कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ राजकिशोर प्रसाद ने कहा कि नाममात्र का बिजली बिल लिया जाता है स्टूडेंट्स से। जबकि दूसरी ओर, कॉलेज की कोई आय नहीं है। ऐसी स्थिति में कॉलेज अपने आंतरिक स्रोत से इसका भुगतान नहीं कर सकता है। बेहतर हो कि आवश्यकता को देखते हुए एडमिशन के समय ही स्टूडेंट्स से बिजली बिल लिया जाए। बीएन कॉलेज प्रशासन ने बिजली कंपनी से बिल चुकाने के लिए समय मांगा है।

अन्य जगहों में भी बिल बकाया
पटना सदर अंचल और प्रखंड कार्यालयों के साथ पीयू के पटना साइंस कॉलेज और लॉ कालेज का भी बिजली कनेक्शन काट दिया गया है। बांकीपुर बस स्टैंड और सुभाष पार्क का भी कनेक्शन काट दिया गया है। बुडको को बकाया राशि 40 करोड़ 15 दिनों में जमा करने का अल्टीमेटम दिया गया है। कार्यपालक पदाधिकारी विक्रम कुमार ने बताया कि पटना सदर प्रखंड और अंचल कार्यालय पर 12.50 लाख रुपए बकाया है। रीजेंट सिनेमा हॉल अपना बिजली कनेक्शन कटवा लिया। कोरोना संक्रमण के कारण सिनेमा हॉल बंद है।


कहां कितना बकाया
पटना साइंस कॉलेज
बायोकेमेस्ट्री डिपार्टमेट - 12 लाख
जियोलॉजी डिपार्टमेंट - 25.81 लाख
बायोलॉजी डिपार्टमेंट - 16.44 लाख
मैथ डिपार्टमेंट - 1.81 लाख
कुल 56.6 करोड़ रुपए

सैदपुर हॉस्टल 1.4 करोड़
बीएन कॉलेज कैंपस - 20 लाख

बिजली बिल के भुगतान को लेकर राज्य सरकार से निर्देश प्राप्त हुआ है। इसमें आंतरिक स्रोत से बिजली बिल भुगतान करने को कहा गया है। अब तक प्रशासनिक भवन समेत अन्य जगहों का बिल भुगतान किया गया है। लेकिन सैदपुर हॉस्टल का बिल आंतरिक स्रोत से नहीं हो सकेगा।
- प्रो। जीके चौधरी, वीसी पीयू

Posted By: Inextlive