-इस बार आधे से कम हुई आम पैदावारबिहार के बाग इस बार हो गए उदास किसान मान रहे-दवा से उत्पादन पर पड़ा है असर मौसम की मार से भी हुआ नुकसान

पटना (ब्यूरो)। फलों के राजा आम का सीजन शुरू हो चुका है। लेकिन इस बार लोगों को रसीले आम के लिए अपनी जेब ढीली करनी पड़ है। दरअसल आम के किसानों को मौसम की मार के साथ इसके कम उत्पादन का सामना करना पड़ रहा है। बिहार के उत्तरी जिले में आम की खेती जरूरत से ज्यादा प्रभावित हुई है। आंधी और बारिश के चलते आम के उत्पादन पर बेतहाशा असर पड़ा है। आम के खेती करने वाले किसानों की माने तो इस बार 30 से 40 प्रतिशत से आम की फसल हुई है। दो साल से तो कोरोना की मार झेल रहे है। इस साल उम्मीद ज्यादा थी। मौसम की मार ने किसानों के मंसूबे पर पानी फेर दिया। किसानों का कहना है कि इस बार जितना कम उत्पादन है उतना पिछले 50 साल में भी नहीं हुआ था। और जो हुआ भी तो उसे भी अब आंधी और पानी ने बर्बाद कर दिया। इस वर्ष पिछले वर्ष की तुलना में 50 प्रतिशत भी आम की पैदावार नहीं हुई है। आंधी से काफी नुकसान हुआ है।

क्या कहते हैं बिशेषज्ञ
आम फसल के विशेषज्ञ शरतचंद्र ठाकुर ने बताया कि 30 साल से मैं आम की खेती करता हूं। आस पास के किसान को इसकी देखभाल की ट्रेनिंग भी देता हूं। अभी का ट्रेंड है कि किसान अपनी बाग को बाहरी व्यापारियों के पास अधिक पैसा कमाने की लालच से बेच देते हैं। आम के बगीचे का रख रखाव और उसमें जैविक खाद पदार्थ का कम उपयोग भी इसका बहुत बड़ा कारण है। 30 साल के बाद ऐसी स्थिति आई है। पिछले 50 वर्षों में इतना कम आम का उत्पादन नहीं देखा था।

दीघा का आम वल्र्ड फेमस
किसान चरित्र राय ने बताया कि इस बार मौसम ने किसानों को मार डाला है। उत्पादन को बढ़ाने के लिए इतना अधिक दवा का उपयोग हो चुका है कि पेड़ में आम की क्षमता घट गई। वहीं दीघा में विगत वर्षों की अपेक्षा इस बार 50 फीसदी उत्पादन कम होने का अनुमान लगाया जा रहा है। मधुआ रोग के कारण फसल को काफी नुकसान हुआ है। इस रोग से आम के मंजर झूलस के गिर गए। आंधी-बारिश से कई पेड़ भी गिर गए थे। उनके सहयोगी रोहित ने बताया कि दीघा का आम वल्र्ड फेमस है। अमेरिका, जापान, देश के कोने- कोने से लोग लेने आते हैं। काफी मीठा होने के कारण काफी डिमांडेबल है

बिहार में मुख्य आम
1. मालदा
2. बम्बई
3. जर्दालु, जर्दा
4. गुलाब खास
5. नौ रस
6. कलकतिया
7. चौसा
8. दसहरी
9. फजली
10.आम्रपाली


कहां- कहां सप्लाई होता है आम
कोलकाता
सिलीगुड़ी
धनबाद
बोकारो
रांची
दिल्ली
बिहार के अन्य भाग

क्या कहते हैं अधिकारीे
कृषि पदाधिकारी ने बताया कि पिछले साल की तुलना में इस साल आम की पैदावार 70 प्रतिशत से कम होने की संभावना है। क्षेत्र असिंचित होने के कारण किसान आम के पौध की सिंचाई नहीं कर पाए और इस साल हिट वेब भी कारण रहा। जिसके चलते आम की पैदावार कम होगी। इधर गुरुवार को आए आई तेज आंधी-बारिश ने भी आम की पैदावार को काफी नुकसान पहुंचाया है।

Posted By: Inextlive