दरिंदे बाप ने 15 साल की बेटी से किया rape!
लोग कैसे रिश्ते को तार तार करते हैं
उसकी करतूतों पर पर्दा नहीं डाला। जी हां, यह घटना हर किसी को सोचने पर मजबूर कर देगा कि कुछ लोग कैसे रिश्ते को तार तार करते हैं। आरोप भी लगा है शहर के एक बड़े ऑफिसर पर। पटना में सीनियर डिप्टी कलक्टर रहे अखिलेश कुमार सिंह की वाइफ रेखा सिंह (बदला नाम) ने उनपर 15 साल की बेटी रश्मि (बदला नाम) का रेप करने का आरोप लगाया है। रश्मि ने भी पुलिस को दिये बयान में मां की बातों को सही बताया और कहा कि हर बार जान मारने की धमकी देते थे। रश्मि शहर के एक बड़े गल्र्स स्कूल की क्लास सेवेंथ की स्टूडेंट है।
बेटे को स्कूल छोड़कर लौटी थी
रेखा सिंह ने पुलिस को जो कम्लेन की है उसमें बताया है कि फ्राइडे को वह छोटे बेटे को स्कूल छोडऩे गई थी। करीब साढ़े छह बजे जब लौटकर आई तो देखा कि उसके हसबेंड अखिलेश कुमार सिंह ड्राइंग रूम में बेड पर रश्मि के साथ गलत काम कर रहे हैं। वह आपत्तिजनक स्थिति में थे। किसी तरह बेटी को बचाया। उसके बाद अखिलेश जान मारने की धमकी देने लगे। कहा कि किसी को इस बारे में बताया तो जान मार देंगे।
कई बार कर चुका है
वैसे अखिलेश ने अपनी पत्नी और बेटी को पहले से ही डराकर रखा था। जब वह बाहर से लड़कियों को लाकर गलत काम करता था तो इन लोगों ने विरोध भी किया लेकिन वह नहीं सुनता था। बेटी को भी धमकी देकर उसने ऐसा गलत काम किया था। उसे भी ऐसे बोलता था मानो बेटी से नहीं किसी गैर से बात कर रहा हो। वैसे सीजेएम के यहां पेशी के बाद जेल जाते वक्त अखिलेश ने खुद को निर्दोष बताया और कहा कि उसकी वाइफ की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। इलाज चल रहा है। उसने ऐसा कुछ नहीं किया।
रात भर होती रही पूछताछ
शुक्रवार को ही पाटलिपुत्रा थाने में रेखा सिंह ने लिखकर दिया। इसके बाद केस को महिला थाना ट्रांसफर कर दिया गया। पूछताछ शुरू हुई। देर रात तक रश्मि और उसकी मां से सारी जानकारी लेने के बाद पाटलिपुत्रा कॉलोनी स्थित उनके अपार्टमेंट से अखिलेश को गिरफ्तार किया गया। सचिवालय डीएसपी मनीष कुमार और महिला थानाध्यक्ष मृदुला कुमारी जांच में लगी रही। सीनियर एसपी मनु महाराज ने बताया कि मेडिकल रिपोर्ट में भी प्रथम दृष्टया रेप की बात की पुष्टि हुई है। पुलिस ने गिरफ्तार कर उन्हें जेल भेज दिया है.
Expert speaks
मुंबई में एक केस आया है कि एक हजार करोड़ के कंपनी का मालिक अपनी बेटी का रेप करता है। पटना में डिप्टी कलक्टर इस तरह की हरकत करता है। मेडिकल टर्म में इसे इनसेस्ट कहा जाता है। ब्लड रिलेशन में सबसे अधिक पिता और बेटी में यह पाया जाता है। ऐसे लोगों को साइको पैथ कहकर आप चुप्पी साध लेते हैं जबकि ऐसे साइको पैथ का मेंटल ट्रीटमेंट होना चाहिए। ताकि पता चले कि उसका टेंपर क्या है। अल्कोहलिक और नन अल्कोहलिक दोनों का अलग-अलग ट्रीटमेंट होता है। उस पर ध्यान देने की जरूरत है।
डॉ। राकेश कुमार, साइकियाट्रिस्ट.
प्रो। रेणू रंजन, एचओडी, सोशियोलॉजी डिपार्टमेंट, मगध महिला कॉलेज.