PATNA: कोरोना संक्रमण का कहर लगातार बढ़ रहा है। इसकी जद में सामान्य पेशेंट्स से 4 गुना ज्यादा धरती के भगवान यानी डॉक्टर और उनके साथ काम कर रहे पैरामेडिकल स्टाफ हैं। सिर्फ पटना में अब तक 115 डॉक्टर कोरोना से संक्रमित हुए हैं। ये सभी पीएमसीएच, आईजीआईएमएस, एनएमसीएच और एम्स पटना में कार्यरत हैं। प्रदेश में अब तक कोरोना संक्रमण से 14 डॉक्टर्स की मौत हो चुकी है। कोरोना की लड़ाई में डॉक्टर्स फ्रंट वॉरियर्स हैं इसलिए सरकार ने भी संक्रमण बढ़ने के बाद भी हॉस्पिटल्स के काम-काज को बंद होने नहीं दिया। कोरोना संक्रमण के एक या 2 दिन बाद फिर से इलाज और जांच की व्यवस्था शुरू कर दी जाती है।

पीएमसीएच के 52 संक्रमित

अब तक पीएमसीएच के 52, आईजीआईएमएस के 12 डॉक्टर समेत 33 हेल्थ स्टाफ और 50 नर्स कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। आईएमए बिहार के सीनियर वाइस प्रेसीडेंट डॉ अजय कुमार ने बताया कि कोरोना संक्रमण का खतरा डॉक्टर्स में आम आदमी की तुलना में 4 गुना से भी अधिक है। वह लगातार कोरोना पेशेंट के साथ काम करते हैं और संक्रमित होने का खतरा भी अधिक बना रहता है। वही, कोरोना से होने वाले मौत की बात करें तो यह खतरा 5 गुना से भी अधिक है। इसलिए सुरक्षा के प्रति अलर्ट रहना होगा।

जूनियर डॉक्टर्स भी संक्रमित

जुलाई में ही पीएमसीएच के जूनियर डॉक्टर्स भी बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमित हुए हैं। एक-दो बार इन्होंने बढ़ते संक्रमण को लेकर कार्य बहिष्कार भी किया लेकिन सीनियर अधिकारियों के साथ बातचीत के बाद काम पर लौट गए। यहां अब तक 52 डॉक्टर संक्रमित हुए हैं और 50 नर्स भी जद में आए हैं। साथ ही कोरोना जांच में लगे स्टाफ भी बड़ी संख्या में संक्रमित हुए हैं। इसमें वायरोलॉजी लैब के इंचार्ज, माइक्रोबायोलॉजी के हेड लैब टेक्नीशियन साइंटिस्ट आदि शामिल हैं। हाल में पीएमसीएच में इमरजेंसी के सीसीएमओ डॉ अभिजीत सिंह पॉजिटिव हो गए थे। आइसोलेशन के बाद स्वस्थ होकर ड्यूटी पर लौटे हैं।

एक और डॉक्टर की मौत

संडे को पटना के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाजरत कोरोना संक्रमित डॉ मनोज वर्मा की मौत हो गई। इसकी पुष्टि डॉक्टर संगठनों की ओर से की गई। कोरोना से होने वाली इस मौत को मिलाकर प्रदेश में अब तक 14 डॉक्टर्स की मौत हो चुकी है। फिलहाल एम्स पटना में कई डॉक्टर्स का इलाज चल रहा है।

यहां डॉक्टर्स में भी संक्रमण बढ़ गया है। कोरोना पेशेंट का इलाज और टेस्ट पीएमसीएच में हो रहा है। एक डॉक्टर कई पेशेंट से मिलते हैं। वे सावधानी भी बरतते हैं। फिर भी संक्रमित हो जाते हैं। अलर्ट रहना होगा।

-डॉ विद्यापति चौधरी, प्रिंसिपल, पटना मेडिकल कॉलेज

Posted By: Inextlive