- गुवाहाटी जोन में प्रथम स्थान प्राप्त किया ईशान तरुणेश ने

-ऑल इंडिया रैंकिंग में 33वां स्थान प्राप्त, आईआईटी मुंबई में एडमिशन है लक्ष्य

PATNA : होनहार वीरवान के होत चिकते पात। इसे शब्दश: सही साबित किया बिहार के मेधावी छात्र एवं गुवाहाटी जोन में फ‌र्स्ट रैंक हासिल करने वाले ईशान तरुणेश ने। रविवार को घोषित रिजल्ट में पटना के ईशान ने शानदार प्रदर्शन किया है। मुजफ्फरपुर के आईजी के बेटे ईशान का अगला लक्ष्य है आईआईटी, मुंबई में एडमिशन प्राप्त करना। इनका एआईआर रैंकिंग फ्फ्वां है। जानकारी हो कि दसवीं में क्0 सीजीपीए हासिल और क्ख्वीं मैथ में 9फ्.ख् परसेंट प्राप्त कर मेधा का लोहा मनवाया है। आई नेक्स्ट ने ईशान से खास बातचीत की, जिसमें उन्होंने अपना अनुभव शेयर किया।

सुंदर पिचई सबसे बड़ा नाम

यदि आदर्श की बात करें तो ईशान के सामने सबसे बड़ा नाम गूगल के सीईओ सुंदर पिचई का है। ईशान ने बताया कि शुरू से ही कम्प्यूटर साइंस में रुचि रही है। चूंकि सुंदर गूगल के सीईओ हैं और भारतीय मूल के हैं, तो वे मेरे दिल के बहुत करीब हैं। मैं भी उनकी तरह ही बनना चाहूंगा।

कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग का है क्रेज

आम तौर पर स्टूडेंट्स खाली समय म्यूजिक सुनना, फैमिली के साथ समय बिताना आदि पसंद करते हैं। लेनिक ईशान इस मामले में बिल्कुल भिन्न हैं। उन्होंने बताया कि क्लास नाइन से ही ं कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग और कम्प्यूटर अप्लीकेशन बनाना पसंद है। उनका लक्ष्य है आईआईटी, मुंबई में एडमिशन लेना और आगे मास्टर्स करना। इसके बाद किसी बड़े कम्प्यूटर फर्म में प्रोग्रामिंग करना।

टेस्ट पेपर की करें पैक्टिस

अपनी सक्सेस मंत्रा के बार में ईशान ने बताया कि असफलता से निराश नहीं होना चाहिए। टेस्ट पेपर की नियमित प्रैक्टिस करते रहना चाहिए। इससे नियत समय में सेट पूरा करने का आइडिया मिलेगा। साथ ही, अपनी स्ट्रेंथ और वीकनेस का भी पता चलेगा।

पिता से अलग सोच

ईशान के पिता सुनील कुमार आईपीएस अधिकारी हैं, लेकिन ईशान का लक्ष्य आईएएस या आइपीएस बनने का बिल्कुल नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसा प्रोफेशन मेरे प्रायोरिटी लिस्ट में नहीं है। शुरू से पढ़ाई में बेहतर किया है। प्रारंभिक शिक्षा डीएवी, सिवान से शुरू हुई तो क्लास चार से छह तक कंकड़बाग स्थित केन्द्रीय विद्यायल नं-एक, फिर नौंवी, दसवीं की पढ़ाई सेंट माइकल, दीघा और क्ख्वीं की पढ़ाई बालडविन एकेडमी से पूरी की।

स्टार्ट अप का भी है आइडिया

ईशान ने आई नेक्स्ट से खास बातचीत के दौरान बताया कि यदि कम्प्यूटर फर्म में काम नहीं करूं तो स्टार्ट अप से खुद को जोड़ कर कम्प्यूटर से ही जुड़ी किसी इनोवेशन पर काम करना चाहूंगा। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय पिता सुनील कुमार (वर्तमान में आईजी, मुजफ्फरपुर) तथा मां संध्या कुमारी सहित अपने वरीय शिक्षकों को दिया है।

Posted By: Inextlive