मां आशा ङ्क्षसह से पीडि़तों की सेवा करने की मिली प्रेरणा छह महीने से जुटा रहे राशि

पटना (ब्यूरो)। कैंसर पीडि़तों की मदद के लिए दस रुपए में जूते पालिश कर धन जमा करने वाले 46 वर्षीय विशाल जीत ङ्क्षसह राठौर छह महीने में मानव सेवा की मिसाल बन चुके हैं। समाज कल्याण विभाग के मातहत सक्षम सोसाइटी के बुनियाद केंद्र के महाप्रबंधक मानव संसाधन पद पर कार्यरत राठौर हर सैटरडे और संडे या अन्य छुट्टी के दिन में शैक्षणिक संस्थान, व्यवसायिक प्रतिष्ठान, सार्वजनिक स्थल पर लोगों के जूते पालिश कर न्यूनतम दस रुपए कैंसर पीडि़तों की सहायता के लिए लेते हैं।
पहले वेतन से करते थे हेल्प
उनका कहना है कि कैंसर पेशेंट के इलाज, दवा और अन्य सहायता और बीमारी से निधन होने के बाद पीछे छूटे आश्रित परिवार की मदद के लिए जूता पालिश की सेवा कर बदले में सहायता राशि लेते हैं। पहले अपने वेतन के पैसे से जरूरतमंदों की मदद करते थे।

सहायता के लिए मां करती थी प्रेरित
बुधवार को बाइपास स्थित आटोमोबाइल्स में पहुंचे राठौर ने वहां के अधिकारियों, कर्मचारियों एवं ग्राहकों के जूते पालिश कर कैंसर पीडि़तों के लिए धन जमा किया। निदेशक नितिन कुमार ङ्क्षरकू व आदित्य राज ने पीडि़तों के लिए सहायता राशि दी। सुपौल जिला के गढ़बरुआरी निवासी राठौर ने बताया कि इस तरह से सेवा करने की प्रेरणा मुझे मां आशा ङ्क्षसह ने मिली जो अब इस दुनिया में नहीं हैं। मां ने हमेशा परेशान और जरूरतमंदों की सहायता करने के लिए प्रेरित किया।

पेशेंट को हर जरूरत फ्री में मिले
राठौर बताते हैं कि सरकारी अस्पतालों में भर्ती कैंसर पीडि़त और अन्य पेशेंट के इलाज, दवा व भोजन के लिए जूते पालिश कर जुटायी गई राशि देता हूं। बहुत सुकून मिलता है यह सेवा करकेच् इच्छा है एक ऐसा अस्पताल खोलने की जहां सभी तरह के इलाज के साथ मरीज की हर जरूरत मुफ्त में पूरी हो। इलाज के दौरान दिवंगत होने वाले के आर्थिक रूप से कमजोर परिवार च् बच्चों की भी सहायता की जा सके।

Posted By: Inextlive