- हेल्पडेस्क पूरी तरह होगा डिजिटल, गूगल फॉर्म के माध्यम से सवाल-जवाब के बाद ऑनकॉल डॉक्टर स्वजन से बात कर बताएंगे समाधान

PATNA : अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के शिशु विभाग ने बच्चों में कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए हेल्पलाइन सुविधा शुरू की है। हेल्प डेस्क पूरी तरह डिजिटल होगी। गूगल फॉर्म के माध्यम से पूरी तरह सवाल-जवाब होने के बाद ऑनकॉल डॉक्टर स्वजन से बात कर समाधान बताएंगे। विदित हो कि वर्ष 2020 में बच्चों में कोरोना संक्रमण का महज एक फीसद मामला था। इस बार यह आंकड़ा नौ फीसद तक पहुंच गया है।

दूसरी लहर में बच्चे ज्यादा प्रभावित

एम्स के शिशु विभागाध्यक्ष डॉ। लोकेश तिवारी ने बताया कि कोरोना की दूसरी लहर में बच्चे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। ऐसे में एम्स में बेड भी सीमित है। सभी मरीजों को बेड की भी जरूरत नहीं होती है। घर पर भी उपचार के बाद स्वस्थ हो सकते हैं।

वेबसाइट पर उपलब्ध है फॉर्म

डॉ। लोकेश ने बताया कि बच्चों के लिए कोविड-19 हेल्पलाइन गूगल फॉर्म एम्स के अधिकारिक वेबसाइट www.aiimsPATNA.org पर उपलब्ध है। यहां ¨लक को ओपन कर व्यक्ति पूरी जानकारी भरेंगे। इसके बाद एम्स शिशु विभाग के डॉक्टर उनसे जल्द संपर्क करेंगे।

इन सवालों के देने होंगे जवाब

- फॉर्म भरने वाले व्यक्ति का नाम : ये वैसे व्यक्ति होंगे, जिनसे एम्स के डॉक्टर बच्चे के संबंध में जानकारी ले सकेंगे। उनकी अनुपस्थिति में परिवार के जो सदस्य बच्चे की देखभाल करेंगे, वह भी फॉर्म भर सकते हैं।

- जिस बच्चे के लिए सलाह ली जा रही है उसके साथ आपका रिश्ता।

- क्या बच्चे के माता-पिता स्वास्थ्य कर्मी हैं।

- फोन नंबर (वाट्सएप नंबर)

- बच्चे का नाम

- बच्चे की उम्र

- बच्चे का ¨लग

- क्या आपका बच्चा पिछले 14 दिनों के भीतर किसी कोरोना संक्रमित व्यक्ति के सीधे संपर्क में आया है।

- अगर हां, तो उस कोरोना संक्रमित व्यक्ति का बच्चे के साथ क्या रिश्ता है।

- क्या आपने बच्चे की कोविड-19 की जांच करवाई है।

- अगर हां, तो कोविड-19 की किस जांच का उपयोग किया गया था।

- क्या आपके बच्चे की कोविड-19 जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।

- क्या आपके बच्चे को कोविड 19 के अलावा कोई अन्य बीमारी है।

- यदि हां, तो कृपया अपने बच्चे की उस बीमारी का वर्णन करें।

- क्या आप अभी अपने बच्चे को कोई दवा दो सप्ताह से अधिक समय से दे रहे हैं।

- यदि हां, तो कृपया यहां उन दवाओं का नाम लिखें।

- अगर आपके पास पल्स ऑक्सीमीटर है तो बच्चे के शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा का उल्लेख करें।

Posted By: Inextlive