लाख कोशिशों के बावजूद शहर में नहीं रुक रहीं छेड़खानी की वारदातें

- वीमेंस व ग‌र्ल्स सेफ्टी के लिए चलाया जा रहा है अभियान

- लाडली फाउंडेशन के साथ मिलकर लाडली कॉप्स बनाने की कवायद कर रही पुलिस

PATNA: हर किसी को

लड़का हो या लड़की, हर किसी को अपने हिसाब से जीने का हक है। फिर वह बात कपड़े पहनने की हो या अपने स्टाइल में जिंदगी बसर करने की। यह बात सिर्फ पुरुषों के लिए नहीं, बल्कि महिलाओं पर भी लागू होती है। वीमेंस व ग‌र्ल्स भी अपने अंदाज में जी सकती हैं उन्हें भी उतनी ही आजादी है जितनी एक पुरुष व लड़कों को दी गई है। फिर राह चलते लड़कियों को छेड़ना, उनपर फब्तियां कसना और कॉलेज, स्कूल और यहां तक कि ऑफिस में भी ग‌र्ल्स छेड़खानी की शिकार हो रही हैं। छेड़खानी को तबतक नहीं रोका जा सकता जबतक कि लोगों की मानसिकता न बदले। छेड़खानी करने वालों में कई उम्रदराज लोग भी शामिल होते हैं जो अपनी बेटियों की उम्र के लड़कियों पर कमेंट करने से नहीं चूकते। पटना में हर दिन छेड़खानी की वारदातें बढ़ रही हैं।

स्कूल-कॉलेज के पास लफंगों को जमावड़ा

छेड़खानी की सबसे अधिक वारदातें स्कूल कॉलेजों के आसपास होती है। इसके अलावा कोचिंग संस्थानों के नजदीक भी मनचलों का जमावड़ा लगा रहता है। कई बार इसे लेकर पुलिस की ओर से अभियान भी चलाया गया। कई बार महिला पुलिसकर्मियों को ऐसी जगहों पर तैनात भी किया गया। इतना ही नहीं, यहां फ्लाइंग स्वायर्ड की टीम को भी लगाया गया। इसके बावजूद भी लोग अपनी आदत से बाज नहीं आते। वहीं पुलिस वालों का कहना है कि जबतक लोग अपनी मानसिकता नहीं बदलेंगे, आदतें नहीं छोड़ेंगे, तबतक महौल नहीं सुधारेगा। हालांकि पटना पुलिस मनचलों को सबक सिखाने के लिए एक दिल्ली की तर्ज पर एक ऑपरेशन की शुरुआत की जा रही है। यहां भी ग‌र्ल्स की सेफ्टी के लिए 'हिम्मत ऐप' को स्टार्ट करने की तैयारी की जा रही है।

ऑटो व बसों में मनचलों की भरमार

ऑटो और बसों में चलने वाली लड़कियां सबसे अधिक शिकायत करती हैं। टच करने या धक्का देने से लेकर कई तरह से लड़के उन्हें परेशान करते हैं। कई बार ड्राइवर और खलासी द्वारा भी बदमाशी करने की बातें सामने आती रही हैं। चार दिन पहले ही पुलिस ने एक मेडिकल ऑफिसर को ऑटो में नाबालिग लड़की को परेशान करने के आरोप में गांधी मैदान थाने की पुलिस ने गिरफ्तार किया था।

तैयार हो रहा लाडली कॉप्स

वीमेंस और ग‌र्ल्स की सिक्योरिटी को लेकर ही बिहार पुलिस लाडली फाउंडेशन के साथ मिलकर लाडली कॉप्स बनाने की घोषणा कुछ ही दिन पहले कर चुकी है। इसे लेकर कॉलेजों में काम भी शुरू हो गया है। लड़कियों के चयन की प्रकिया शुरू हो चुकी है। कॉलेज की ग‌र्ल्स खुद का और दूसरे ग‌र्ल्स की सिक्योरिटी का भी ख्याल रखेंगी। बिहार पुलिस इनकी हेल्प करेगी और ये लोग पुलिस हेडक्वार्टर के कांटेक्ट में रहेंगी। इसके लिए एडीजी लॉ एण्ड आर्डर आलोक राज ने पहल की है।

Posted By: Inextlive