बिहार शिक्षा परियोजना और पर्यटन निदेशालय संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर

पटना (ब्यूरो)। पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में 74वें गणतंत्र दिवस समारोह का साक्षी बनने के लिए मानों सूर्यदेव भी लालायित थे। वे भी मानो समृद्ध होते बिहार की झलक देखना चाहते थे। आसमान साफ हुआ और सूर्यदेव सामने आए तो राजकीय समारोह का उत्साह भी चरम पर पहुंच गया। परेड में कदमताल करते विभिन्न टुकडिय़ों के जवानों के बाद जब झांकियां निकलनी शुरू हुई तो दर्शक रोमांचित हो उठे। एक से बढ़कर एक झांकियों ने सबका मन मोह लिया। निर्णायकों को भी सर्वश्रेष्ठ का चयन करने में माथापच्ची करनी पड़ी। आखिरकार पंचायती राज विभाग की झांकी ने बाजी मारी। दूसरे नंबर पर कृषि निदेशालय और तीसरे नंबर पर पर्यटन निदेशालय और बिहार शिक्षा परियोजना की झांकियों ने स्थान बनाया।
राज्यपाल ने कहा-न्याय के साथ विकास पर काम कर रही सरकार
अपने संबोधन में राज्यपाल ने राज्य सरकार के कार्यों और बिहार की प्रगति की चर्चा की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने न्याय के साथ विकास के सिद्धांत पर काम करते हुए सभी आयामों पर ध्यान दिया है। कोरोना के दौरान जांच और टीकाकरण के मामले में उल्लेखनीय कार्य किया है। कोरोना से मौत के बाद 13 हजार 106 मृतकों के स्वजनों को सहायता राशि दी है। भ्रष्टाचार के मामले में जीरो टोलरेंस सरकार की नीति रही है। इसमें कई भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई की गई। विकसित बिहार की परिकल्पना साकार करने के लिए सरकार काम कर रही है। शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यटन, आधारभूत संरचनाओं के निर्माण, रोजगार के मामले में भी सरकार ने काम किए हैं। वर्तमान में नौंवी कक्षा में अध्ययनरत लड़कियों की संख्या लड़कों के बराबर हो गई है। महिला सशक्तीकरण, अस्पतालों में दवाएं व सुविधाएं, स्वयं सहायता समूह के मामले में भी सरकार काम कर रही है। राज्यपाल ने कहा कि गंगा जलापूर्ति योजना से अब गयाजी में ङ्क्षपडदानियों को समस्या नहीं होगी। वहां पूरे वर्ष पानी उपलब्ध रहेगा। इसके अलावा हरित आवरण बढ़ाने की दिशा में भी बेहतर काम हुआ है। मुख्यमंत्री उद्यमी योजना से लोगों को काफी लाभ हो रहा है।
हर विभाग की झांकियों में दिखा बिहार का विकास

राज्यपाल फागू चौहान ने परेड की सलामी के बाद राष्ट्रध्वज फहराया। इसके बाद अपने संबोधन में उन्होंने सर्वांगीण प्रगति के पथ पर बढ़ रहे बिहार के विकास की चर्चा की। इसके बाद शुरू हुआ झांकियों का सिलसिला। सबसे पहले उद्योग विभाग की झांकी सामने आई। इसमें उद्यमी बिहार और समृद्ध बिहार का थीम दर्शाया गया था। राज्यपाल समेत सीएम नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव व अन्य गणमान्य अतिथियों के सामने से गुजरती दूसरी झांकी आई मद्य निषेध उत्पाद एवं निबंधन विभाग की। इसमें सरकार की महत्वाकांक्षी शराबबंदी कानून की थीम पर नशामुक्त बिहार का संदेश दिया गया। महिला एवं बाल विकास निगम की ओर से कामकाजी महिलाओं के लिए पालनाघर की व्यवस्था पर केंद्रित झांकी निकली। पंचायती राज विभाग की ओर से मुख्यमंत्री ग्रामीण स्ट्रीट लाइट योजना, बिहार ग्रामीण स्वराज आदि पर आधारित झांकी ने सभी का ध्यान खींचा।
ट्रैक्टर चलातीं महिलाओं ने दिखाई बदलाव की तस्वीर
झांकियों की कड़ी में जल संसाधन विभाग की ओर से गंगा जलापूर्ति योजना को दिखाया गया। कृषि विभाग की ओर से निकली झांकी ने कृषि क्षेत्र में बढ़ते कदम और महिलाओं की भागीदारी की सुंदर झलक दिखी। आगे आगे महिला को ट्रैक्टर चलाते देखना लोगों को बदलाव का सुखद अहसास दे गया। बिहार राज्य खेल प्राधिकरण की झांकी भी सराहनीय रही। मल्लखंभ, कुश्ती, कबड्डी, रग्बी में बिहार के प्रदर्शन को इसके माध्यम से प्रस्तुत किया गया। पर्यटन विकास निगम, श्रम संसाधन विभाग, फायर ब्रिगेड के माध्यम से विकास और संसाधन को दिखाया गया।


जीविका और शिक्षा परियोजना की झांकी भी रहीं आकर्षण का केंद्र

ग्रामीण विकास विभाग की ओर से निकली जीविका की संगीतमय झांकी ने माहौल को तरंगित किया। इसके बाद बिहार शिक्षा परियोजना की झांकी ने दर्शकों में भी जैसे जोश भर दिया। सरकार की मस्ती की पाठशाला की व्यवस्था को उछलते कूदते और धूम मचाती बच्चों की टोली ने इतने बेहतर ढंग से प्रस्तुत किया कि लोग देखते रह गए।

Posted By: Inextlive