Patna: मेयर अफजल इमाम के वार्ड नंबर 52 में गुस्साए लोगों ने सड़क जाम किया और आरोप लगाया कि निगम की लापरवाही से लड़की की मौत हुई है. लड़की ने गंदा पानी पीया जिससे उसकी मौत हो गयी.


गंदा पानी पीने से मौत पर बवालएडमिनिस्ट्रेशन की टीम घटना को काबू करने में लगी है। अगर लड़की की मौत गंदा पानी पीने से नहीं भी हुई, फिर भी इस एरिया में गंदा पानी पीने वाले सैकड़ों लोगों के हेल्थ की फिक्र किसी को नहीं है। मेयर का कहना है कि सप्लाय वाटर की बोरिंग बीआरजेपी लगा रही है, लेकिन इसमें क्वालिटी का ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इससे हर जगह लिकेज की प्रॉब्लम आ रही है। इससे पहले 12 सितंबर को भी सप्लाय वाटर को लेकर जाम किया गया था। पीएमसीएच के एक सर्वे रिपोर्ट में भी यह खुलासा किया गया था कि पेट की प्रॉब्लम की मेन वजह पीने के पानी की गड़बड़ क्वालिटी है। उल्लेखनीय है कि नगर निगम एरिया के 72 वार्ड का सप्लाय वाटर पूरी तरह से बर्बाद हो चुका है। पथरी घाट से शुरू हुई प्रॉब्लम  
दरअसल, पथरी घाट के पास बीआरजेपी की ओर से बोरिंग करवाई गई थी और एरिया में नयी पाइप लाइन भी बिछायी गयी। इस दौरान बीआरजेपी की नयी 12 इंच की पाइप का कनेक्शन निगम की पुरानी पाइप लाइन 4 इंच में किया गया है। इस वजह से पानी का प्रेशर इतना बढ़ जाता है कि पूरी पाइप डैमेज हो जाती है। सफाई और हाईजिन की प्रॉब्लम नहीं होने की वजह से इस एरिया का पानी पूरी तरह से गंदा हो जाता है। त्रिपोलिया, करमलीचक, किला रोड सहित सिटी के दर्जन भर एरिया का सप्लाय पाइप लाइन सिबरेज का कचरा लेकर घरों तक पहुंच रहा है। जांडिस और हेपेटाइटिस का खतरा जानकारी हो कि इस एरिया में लोकल पर्सन से अधिक मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट भी रहते हैं। इन्हें भी इन्हीं सप्लाय वाटर का यूज पीने के पानी के रूप में करना पड़ता है। लिहाजा आए दिन गंदे पानी के यूज से जांडिस और हेपेटाइटिस का खतरा बना रहता है। मेडिकल की तैयारी कर रहे रोहित ने बताया कि बीमार पडऩे के कारण छह महीने में एक से दो बार घर जाना ही पड़ता है। इन बातों का रखें ख्याल - सप्लाय वाटर को सीधे पीने में यूज नहंी करें। - सुबह के पानी को इक_ा करपहले उसे उबाल लें। इसके बाद उसे बर्तन को ढंक कर ठंडा होने दें। - इसके बाद इसे नॉर्मल किसी भी फिल्टर में डाल कर यूज कर सकते हैं। - पीने के पानी में फिटकरी मिलाकर गंदगी को दूर कर सकते हैं।डॉ। राजन, फिजिशियन पीएमसीएच


किसी भी रूप में गंदा पानी पीते हैं, तो वह जानलेवा ही होता है। लिवर की बड़ी प्रॉब्लम का खतरा रहता है। हेपेटाइटिस का शक होता है।डॉ। राजीव रंजन, फिजिशियन बीआरजेपी की ओर से सप्लाय वाटर का पाइप लाइन लगाया गया है। हर दिन पाइप फटने की शिकायत आती है, पर इस पर किसी का कंट्रोल नहीं है। मैंने पहले भी इस एरिया में सप्लाय वाटर को लेकर जाम होने पर निगम कमिश्नर को इसकी सूचना दी थी। अफजल इमाममेयर, पटना नगर निगम'मेयर का आरोप, बीआरजेसी के एमडी काम नहीं करते'मेयर अफजल इमाम ने कहा कि बीआरजेसी के एमडी काम नहीं करते हैं। हाईकोर्ट के आदेश से उनका ट्रांसफर नहीं पॉसिबल है। टाउन में नया बोरिंग हुआ और चालू भी हुआ, पर पाइप लाइन का विस्तार नहीं हुआ या फिर उसका व्यास नहीं बढ़ाया गया। स्थिति यह है कि सुल्तानगंज व दरगाह रोड में भी पब्लिक को वाटर क्राइसिस झेलना पड़ रहा है। राजाबाजार के शेखपुरा में बोरिंग से वाटर सप्लाई शुरू हुआ, पर अब भी करीब 500 घरों को पानी नहीं मिल पा रहा है। एमडी गवर्नमेंट को बदनाम करने पर तुले हैं।

Posted By: Inextlive