- तख्त श्री हरिमंदिर व बाललीला गुरुद्वारा में सिरोपा व तलवार से सीएम सम्मानित

PATNA :

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हम बिहार वासियों को गर्व है कि सिखों के दसवें गुरु श्री गुरु गो¨वद सिंह का जन्म पटना साहिब में हुआ। दशमेश गुरु ने समाज में प्रेम-भाईचारा व एकता का संदेश दिया। हमारी प्रार्थना है कि 354वें प्रकाश पर्व पर श्री गुरु गो¨वद सिंह का आशीर्वाद पूरी दुनिया को मिले। कोरोना के कारण बहुत से कामों को सीमित रखा गया है। इस बार भी देश के कोने-कोने से संगत आए हैं। सिखों के दसवें गुरु श्री गुरु गो¨वद सिंह के 354 वें प्रकाश पर्व पर बुधवार को तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब पहुंचे मुख्यमंत्री ने गुरु दरबार में मत्था टेका। सभी को प्रकाशपर्व की शुभकामनाएं दी।

सिरोपा व तलवार देकर किया सम्मानित

तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रंजीत सिंह गौहर-ए-मस्कीन ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सिरोपा व तलवार देकर सम्मानित किया। प्रबंधक समिति के अध्यक्ष सरदार अवतार सिंह हित ने कहा कि सिख इतिहास में बिहार के सीएम नीतीश कुमार के योगदान और सेवा को याद किया जाता रहेगा। सीएम नीतीश कुमार ने सिख कौम के लिए जो काम किया है पूरी कौम उनका आभारी है।

ग्रहण किया प्रसाद

तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब से निकलने के बाद सीएम नीतीश कुमार बाललीला गुरुद्वारा मैनीसंगत पहुंचे। वहां बाबा कश्मीर सिंह भूरिवाले ने सीएम को सिरोपा देकर सम्मानित किया व तलवार भेंट किया। इसके वे लंगर पहुंचकर बाबा के प्रसाद ग्रहण किया।

दशमेश गुरु को भुला नहीं सकते

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरबंसदानी दशमेश गुरु के योगदान को विश्व नहीं भूला सकता। यहां पहले भी प्रकाश पर्व मनाया जाता था। धूमधाम से मनाए गए 350 वें प्रकाशोत्सव में बिहारवासियों ने अपनी जिम्मेदारी समझकर अतिथि देवो भव: का दायित्व निभाया। 350 वें प्रकाशोत्सव तथा 351 वें प्रकाश पर्व सह शुकराना समारोह में देश-विदेश से लाखों संगत आए। वे यहां से सुनहरी यादें साथ लेते गए। देश-विदेश की संगत बिहार की प्रशंसा आज भी करते हैं।

नानक देव का प्रकाश पर्व प्रतिवर्ष राजगीर में

इसके अलावा राजगीर में भी मनाए गए सिखों के प्रथम गुरु नानक देव के 550 वें प्रकाशोत्सव में लाखों श्रद्धालु देश-विदेश के कोने-कोने से आए। राजगीर में भी प्रतिवर्ष प्रथम गुरु का प्रकाश पर्व मनाया जाएगा। सीएम ने कहा कि इस वर्ष कोरोना संक्रमण के कारण कामों को सीमिति रखा गया। फिर भी देश के कोने-कोने से संगत पहुंची।

Posted By: Inextlive