- एमबीबीएस और पीजी के करीब 1700 छात्रों का करियर हो रहा प्रभावित

- एकेयू में एमबीबीएस परीक्षा की कोई सुगबुगाहट नहीं

PATNA : कोरोना का असर मेडिकल की पढ़ाई पर भारी पड़ रहा है। एमबीबीएस फाइनल ईयर के स्टूडेंट्स की परीक्षा अब तक नहीं हुई है। एमबीबीएस की परीक्षा जनवरी माह तक हो जानी थी। वहीं पीजी फाइनल ईयर के स्टूडेंट्स की अप्रैल में परीक्षा होनी थी, लेकिन अब साल बर्बाद होने का खतरा उत्पन्न हो गया है। कब परीक्षा होगी, कब ईटर्नशिप होगा और पीजी के स्टूडेंट्स कब अपना रजिस्ट्रेशन पूरा करेंगे और कब उनकी सुपर स्पेशियलिटी की परीक्षा होगी, यह बड़ा सवाल बाकी है। उधर, स्वास्थ्य विभाग में भी यह मामला पीडि़त छात्रों का प्रतिनिधिमंडल उठा चुका है, लेकिन समाधान नहीं मिला है।

यह है मामला

बिहार में एमबीबीएस की पढ़ाई राज्य सरकार के अंतर्गत पीएमसीएच समेत दस मेडिकल कॉलेजों में होती है। अप्रैल, 2021 तक एमबीबीएस फाइनल ईयर और पीजी फाइनल ईयर के स्टूडेंट्स की परीक्षा हो जानी चाहिए थी। लेकिन कोरोना की दूसरी लहर के कारण यह लंबित हो गया। राज्य सरकार की ओर से अभी केवल प्रतियोगिता परीक्षाओं को कराने की अनुमति है। एमबीबीएस की परीक्षा कोर्स कुरीकुलम की परीक्षा है। इस संबंध में निर्देश जारी नहीं हुआ है। सरकारी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस के करीब 1150 छात्र हैं। इसके अलावा पीजी के स्टूडेंट्स को मिलाकर यह संख्या लगभग 1700 के करीब होती है। हालांकि पटना में आईजीआईएमएस में परीक्षा हो चुकी है। दूसरे कुछ राज्यों में भी परीक्षा हुई है।

इंटर्नशिप और सुपरस्पेशियलिटी

इस समस्या को लेकर बड़ी चिंता इस बात को लेकर है कि एमबीबीएस के स्टूडेंट्स की यदि समय पर परीक्षा हो जाती तो वे इंटर्नशिप करते। इसी प्रकार, पीजी के स्टूडेंट्स के लिए आगे अपना रजिस्ट्रेशन कराने के बार सीनियर रेजिडेंटशिप शुरू करने या सुपरस्पेशियलिटी की पढ़ाई जैसे डीएम, एमसीएच आदि शुरू करने का विकल्प खुलता। लेकिन अभी सब कुछ वेटिंग में है। कोरोना की दूसरी लहर में राज्य सरकार की ओर से पीजी के लिए तीन महीने मई, जून और जुलाई माह का एक्सटेंशन दिया गया। यदि यह परीक्षा अगस्त में भी होती तो इन्हें आगे सुपरस्पेशियलिटी के लिए तैयारी होती। इसका मतलब है सरकार की लेट-लतीफी के कारण ही इनका भविष्य अधर में है। सरकार को नए डॉक्टरों की कमी भी इस वजह से हो रही है।

कोट

कोर्स बेस्ड परीक्षा कराए जाने को लेकर हमें सरकार से अभी तक कोई निर्देश नहीं मिला है। अनुमति प्राप्त होने के बाद इस संबंध में सूचना जारी की जाएगी। वर्तमान में केवल कम्पीटेटिव परीक्षाओं के लिए ही अनुमति जारी हुई है।

- डॉ राजीव रंजन एग्जाम कंट्रोलर, एकेयू

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प्रधान सचिव स्वास्थ्य को पत्र लिखकर परीक्षा जल्द कराने के संबंध में मांग की गई है। लेकिन अभी इस संबध में एकेयू का निर्णय नहीं आया है। यदि थर्ड वेव आ गया तो यह मामला और भी गंभीर हो सकता है। क्योंकि तब परीक्षा का निर्णय और प्रभावित होगा।

- डॉ हरेंद्र कुमार जेडीए, पीएमसीएच

Posted By: Inextlive