पटना के बाद पूर्णिया में लगेगा डापलर रडार दुरुस्त होगा मौसम सूचना नेटवर्क पिछले चार वर्षों से चल रही पूर्णिया में डापलर रडार लगाने की तैयारी

पटना (ब्यूरो)। पटनाइट्स के लिए एक अच्छी खबर है क्योंकि अब उन्हें मौसम की पहले की अपेक्षा और सटीक जानकारी मिलेगी। साथ ही पटना एयरपोर्ट पर उतरने वाले पायलट मौसम की अपडेट जानकारी ले सकेंगे। इससे विमानों के यहां आने और आसमान में चक्कर लगाने की कोई बाध्यता नहीं होगी। हवाई अड्डा प्रशासन एवं मौसम विज्ञान केंद्र की पहल पर रनवे के दोनों सिरों पर विशेष उपकरण लगाने की तैयारी है। मिली जानकारी के अनुसार, पटना एयरपोर्ट के रनवे के दोनों सिरों पर आधुनिक वेदर आब्जर्वेशनल नेटवर्क (मौसम पूर्वानुमान नेटवर्क) लगाने के बारे कहा कि लैङ्क्षडग के समय पायलट को मौसम की सटीक जानकारी मिलेगी। यह पटना एयरपोर्ट से सुरक्षित उड़ान संचालन में काफी मददगार साबित होगी। महानिदेशक ने पटना एयरपोर्ट पर वेधशाला का भी निरीक्षण किया। पटना के अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए महापात्र ने यहां की कार्यो की सराहना की। उन्होंने कहा कि पटना मौसम विज्ञान केंद्र को और आधुनिक बनाने की योजना है। भवन निर्माण कार्य में देर हुई है। इसे जल्द पूरा कर लिया जाएगा। महानिदेशक ने सभी कर्मियों को 2025 में विभाग की 150 वीं वर्षगांठ को लेकर योजना बना तेजी से काम करने की बात कही। डॉ। एम महापात्र ने कहा कि आने वाले दिनों में हर पल मौसम, हर घर मौसम स्लोगन चरितार्थ किया जाएगा। मोबाइल एप के जरिए लोगों को मौसम के अलावा प्रदूषण समेत प्राकृतिक आपदा के बारे में भी लोगों को जानकारी मिलेगी। इस दिशा में काम जल्द से जल्द पूरा होगा।

डापलर मौसम रडार लगाए जाएंगे
मौसम सूचना नेटवर्क को और दुरुस्त बनाने की तैयारी चल रही है। पूर्णिया में पटना मौसम विज्ञान केंद्र की तरह जल्द से जल्द डापलर मौसम रडार स्थापित किया जाएगा। इस रडार के जरिए सीमांचल में मौसम सूचना का नेटवर्क मजबूत होगा। ये बातें भारतीय मौसम विज्ञान केंद्र नई दिल्ली के महानिदेशक डॉ। एम महापात्र ने भारत मौसम विभाग, पटना केंद्र पर शनिवार को कहीं। मालूम हो कि पूर्णिया में डापलर रडार लगाने की तैयारी चार वर्षों से चल रही है। दो दिवसीय दौरे पर आए महापात्र ने भारतीय प्रौद्योगिक संस्थान पटना व भारतीय मौसम विभाग के साथ एमओयू साइन किया है।

स्टार्टअप कंपनियों को मिलेगा सहयोग
पटना आइआइटी के निदेशक प्रो। डॉ। टीएन ङ्क्षसह के साथ महापात्र ने एमओयू साइन कर कहा कि यह प्रदेश के लिए गर्व की बात है। महापात्र ने कहा कि मौसम समेत अन्य प्रकार की जानकारी प्राप्त करने में उन्नत प्रोद्यौगिकी का उपयोग मौसम पूर्वानुमान के लिए किया जाएगा। मौसम की निगरानी के लिए सेंसर युक्त मशीन के साथ स्थानीय स्टार्टअप कंपनियों का भी सहयोग मिलेगा। भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र मुंबई के साथ संयुक्त रूप से चलाए जा रहे कार्यक्रम के तहत राजधानी समेत प्रदेश के गया, पूर्णिया और भागलपुर में स्थलीय विकिरण माप के लिए उपकरण लगाया जाएगा। इसका उपयोग जलवायु परिवर्तन के विश्लेषण के लिए होगा। मौके पर मौसम विज्ञान केंद्र पटना के निदेशक विवेक सिन्हा, मौसम विज्ञानी संजय कुमार, आशीष कुमार समेत अन्य मौजूद थे।

Posted By: Inextlive