- सांसद शत्रुघ्न सिन्हा के मुहल्ले में ही नहीं होता है नियमित कचरा का उठाव

- इलाके में वर्षो से जलजमाव की समस्या, लोगों ने कहा-सांसद से मिलना नामुमकिन

PATNA: शत्रुघ्न सिन्हा पटना सहिब लोकसभा क्षेत्र के सांसद हैं। सांसद पटना के ही नाला रोड स्थित मुहल्ले में रहते भी हैं। यह मुहल्ला इनके ही लोकसभा क्षेत्र में आता है, लेकिन मोदी सरकार के एक साल बीत जाने के बाद भी इस मुहल्ले तक में बहुत कुछ नहीं बदला है। मुहल्ले के लोगों ने कहा कि बिहारी बाबू सांसद हैं बस इतना ही जानता हैं। किसी समस्या को लेकर मिलना तो बहुत दूर की बात है, फिलहाल इधर कब आए थे याद भी नहीं है।

अब तक योजना की अनुशंसा भी नहीं

एमपी शत्रुघ्न सिन्हा ने एक साल बीत जाने के बाद भी अबतक सांसद मद की योजना का चयन तक नहीं किया है। मालूम हो कि केंद्र सरकार ने सांसद निधि के तहत सभी सांसदों को स्थानीय क्षेत्र विकास योजना मद में ढाई-ढाई करोड़ रुपए भेज दी है, जिसका इस्तेमाल सांसदों को क्षेत्र के विकास के लिए करना है। हैरत की बात यह कि एमपी सिन्हा भी उन्हीं लोगों के लिस्ट में शामिल हैं, जिसने अबतक योजनाओं का चयन ही नहीं किया है। इस बावत जिला योजना पदाधिकारी ने शत्रुघ्न सिन्हा को पत्र भी लिखा है।

जलजमाव और पानी प्रमुख समस्या

नाला रोड का इलाका बहुत ही डेंस व्यवसायिक इलाका है। फर्नीचर प्रोडक्ट के लिए यह पटना का प्रमुख मार्केट है। साथ ही इस मुहल्ले में बड़ी आबादी है। मुहल्ले में वर्षो से जलजमाव की समस्या है। बरसात की दिनों में लोगों का घर से निकलना तक मुश्किल हो जाता है। सड़क ही नहीं घरों तक में पानी घुस जाता है। रोड नंबर एक के सुमन सिंह ने कहा कि जलजमाव ही नहीं पानी की भी समस्या है। कभी भी समय से पानी नहीं आता है। लोगों की शिकायत है कि मुहल्ले में कचरा उठाव नियमित नहीं होता है। विकास कुमार ने कहा कि लोग पानी टंकी के पास ही कचरा फेंकते हैं और निगम का मन होता है तो हप्ते में एक दिन इसे उठवा लेती है।

सांसद तक बात पहुंचाना मुश्किल

सांसद के मुहल्ले के लोग मानते हैं कि उन तक अपनी बात पहुंचना नामुमकिन है। राकेश सिंह नाला रोड में ही फर्नीचर का व्यवसाय करते हैं और बिहारी बाबू के लोकसभा क्षेत्र के रहने वाले हैं। राकेश ने कहा कि एक बार अपनी समस्या को लेकर उनसे मिलने उनके घर गया। कई मौजूद लेकिन लोगों ने कहा कि वे कब पटना आएंगे कहना मुश्किल है। लोगों ने कहा अगर कोई जरूरी काम है तो एमएलए अरुण सिन्हा से बात कर लें। आपकी बात उन तक पहुंच जाएगी। यह शिकायत सांसद के मुहल्ले के अधिकांश लोगों को है। लोगों का कहना है कि सांसद तो हमारे हैं लेकिन हमें कभी लगा ही नहीं। लोगों को इस बात का दुख अधिक है कि अपने सांसद के मिल भी नहीं सकते हैं।

मुहल्ले की समस्या को लेकर एक बार सांसद से मिलने गया, लेकिन मिलने ही नहीं दिया गया। कहा गया कि जो भी कहना है लिख कर दे दें।

-राजकुमार, नाला रोड

नाला रोड जैसा था वैसा है। सरकार किसी की बने इसकी सेहत में सुधार आ ही नहीं सकता।

-किरण कुमार, स्टूडेंट

बरसात में महीने-महीने भर दुकान बंद रखना पड़ता है। सालों से देख रहा हूं समस्या जस की तस है। लगता ही नहीं है कि ये सांसद हमारे लिए हैं।

-प्रकाश, व्यवसायी

Posted By: Inextlive