PATNA : राज्यभर के 30 हजार नगर निकाय कर्मियों के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने से सफाई व्यवस्था चरमरा गई है। वे 12 सूत्री मांगों के साथ ही बिना शर्त ग्रुप डी के पद की वापसी की मांग रहे हैं। मांगें पूरी होने तक हड़ताल जारी रखने का निर्णय लिया गया है। राज्य के 18 नगर निगमों सहित 258 नगर निकायों के कर्मी हड़ताल पर हैं। इसके कारण शहरों में जगह-जगह कचरे का ढेर लग गया है। मांगों के समर्थन में मंगलवार को पटना नगर निगम मुख्यालय के समक्ष हड़ताली कर्मियों ने प्रदर्शन किया। हालांकि, पहले दिन शांतिपूर्ण तरीके से विरोध जताया गया। कर्मियों ने कहा कि नगर विकास एवं आवास विभाग को हड़ताल पर जाने की पूर्व में सूचना दे दी गई थी। ग्रुप डी के मामले में विभाग झुकने को तैयार नहीं है। सफाई कर्मी ग्रुप डी के माध्यम से ही सरकारी सेवक बन सकते हैं। राज्य भर में मानदेय में एकरूपता नहीं है। पटना नगर निगम क्षेत्र के बराबर अन्य निकायों में मानदेय नहीं मिलता है।

बिहार लोकल बाडीज कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष चंद्रप्रकाश सिंह ने मुख्यमंत्री से अपील की कि सफाई मजदूरों के हजारों पदों की समाप्ति का फैसला वापस कराएं। दैनिक मजदूरों की नौकरी स्थायी की जाए। आउटसोर्सिंग पर रोक लगाई जाए तथा अनुकंपा पर बहाली शीघ्र प्रारंभ की जाए। साथ ही बिहार नगरपालिका अधिनियम 2007 में किए गए संशोधन को वापस किया जाए।

Posted By: Inextlive