- एनसीईआरटी की बुक्स के हाइलाइटर पर करें फोकस

- की-नोट्स व सिलेबस पर ध्यान देकर बार-बार प्रैक्टिस करें

PATNA : ऑल इंडिया प्री मेडिकल एडमिशन टेस्ट कैंसिल होने के बाद स्टूडेंट्स एक बार फिर एग्जाम की तैयारी में जुट गए हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद तय है कि एग्जाम चार वीक के अंदर होगा। हालांकि अभी सीबीएसई की ओर से एग्जाम का डेट जारी होना बाकी है। एग्जाम में देश भर से 6.3 लाख स्टूडेंट्स व बिहार से करीब 50 हजार स्टूडेंट्स हिस्सा लेंगे।

निगेटिव मार्किंग से बचें

एआईपीएमटी का एग्जाम कुल तीन घंटे का होगा। एग्जाम में टोटल 180 क्वेश्चन होते हैं। फिजिक्स से 45, केमेस्ट्री से 45 एवं सबसे ज्यादा बॉयोलाजी से 90 क्वेश्चन होते हैं। बायोलॉजी से 50 परसेंट क्वेश्चन होने के कारण इस सब्जेक्ट का रोल रैंक दिलाने में महत्वपूर्ण हो गया है। फिजिक्स व केमिस्ट्री में न्यूमेरिकल का महत्वपूर्ण योगदान होता है। फिजिक्स में 45 क्वेश्चन में 27 न्यूमेरिकल होता है। एग्जाम में निगेटिव मार्किंग है। प्रत्येक गलत क्वेश्चन के लिए एक चौथाई नंबर काटा जाएगा।

For your information

- एनसीईआरटी की बुक्स व क्लास रूम नोट्स का रीविजन करें

- एनसीईआरटी बुक्स में हाई लाइट प्वाइंट्स, बाक्स आइटम पर फोकस करें

- डॉयग्राम को ध्यान से देखें

- क्वेश्चन के ऑप्सन को ध्यान से पढ़ें

-मॉडल टेस्ट पेपर को सॉल्व करें

-एआईपीएमटी व अन्य मेडिकल इंट्रेंश के पुराने पेपर को टाइम बाउंडिंग के साथ सॉल्व करें

- फिजिक्स व केमिस्ट्री का टॉपिक बेस्ड फार्मूला तैयार रखें, लगातार रिवीजन करें

-न्यूमेरिकल क्वेश्चन का लगातार प्रैक्टिस करें

-क्वेचन को स्पीड के साथ हल करें

-एक्यूरेसी पर ध्यान दें

कुल क्वेश्चन-क्80

बायेालॉजी-90

फिजिक्स-ब्भ्

केमिस्ट्री-ब्भ्

निगेटिव मार्किंग

टोटल टाइम-तीन घंटा

निगेटिव मार्किंग-वन फोर्थ

सेंटर्स पर लगेंगे जैमर

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सीबीएसई फुलफ्रूफ सिक्योरिटी होगा। सेंटरों पर जैमर लगाए जाएंगे। कोर्ट ने स्पष्ट आदेश दिया है कि एग्जाम में गड़बड़ी व कैंसिल होने से स्टूडेंट्स तनाव में आ जाते हैं। इसका ध्यान रखा जाए की स्टूडेंट्स को कोई परेशानी न हो।

एग्जाम रद्द होने पर स्टूडेंट्स इसे बेहतर अवसर के रूप में देखें। मेरिट वाले स्टूडेंट्स को कोई परेशानी नहीं होगी। एग्जाम में कम समय है। स्टूडेंट्स फिर से अपने नोट्स का रिविजन शुरू कर दे। टाइम फ्रेम के अंदर पुराने क्वेश्चन पेपर एवं मॉडल सेट से प्रैक्टिस करें। की-नोट्स, डॉयग्राम को भी रिवाइज करें।

-विपीन कुमार सिंह, एमडी गोल

Posted By: Inextlive