- विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की कार्य योजना पर अमल करेंगे 44 पालीटेक्निक संस्थान

PATNA : राज्य के सभी 44 सरकारी पॉलीटेक्निक संस्थान राष्ट्रीय संस्थानों के मुकाबले खड़े किए जाएंगे। इस उद्देश्य से पॉलीटेक्निक संस्थानों में ऑप्टिकल फाइबर से संबंधित स्पेशल कोर्स की जल्द शुरुआत होगी। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की विशेषज्ञ समिति ने इसकी मंजूरी दे दी है। इसके साथ ही रोजगारपरक सर्टिफिकेट कोर्स भी शुरू होंगे।

नेशनल लेवल का बनाएं संस्थान

राज्य सरकार ने सभी पॉलीटेक्निक संस्थानों को राष्ट्रीय स्तर के बनाने का निर्देश दिया है, जिसके आलोक में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग ने इसकी कार्ययोजना तैयार कर ली है। इसमें शिक्षकों को नई टेक्नोलॉजी से अपडेट रखने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम भी शामिल किया गया है। तकनीकी शिक्षा में रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण के जरिये युवाओं के प्लेसमेंट को प्राथमिकता दी जाएगी।

सेंटर ऑफ एक्सिलेंस बनाने की योजना

पालीटेक्निक संस्थानों में ढांचागत एवं अन्य सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा। कालेज में छात्र-छात्राओं के लिए छात्रावासों के कमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। विभाग ने सभी तकनीकी संस्थानों को सेंटर ऑफ एक्सिलेंस बनाने की कार्ययोजना पर अगले माह से अमल करने जा रहा है। इसमें इंप्रूव्ड टेक्नोलॉजी को लेकर एक टीम तैयार कराने का प्रस्ताव है। टेक्नोलॉजी सेक्टर की नामचीन कंपनियों के विशेषज्ञों की टीम बनेगी, जो नॉलेज अपग्रेडेशन से अवगत कराएगी और आवश्यक सुझाव भी देगी।

प्लेसमेंट को प्राथमिकता

एक उच्च पदस्थ अधिकारी ने बताया कि विभाग के स्तर तैयार की गई कार्ययोजना में शिक्षकों को नई टेक्नोलॉजी से अपडेट रखने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम शामिल किया गया है। तकनीकी शिक्षा में रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण के जरिये युवाओं के प्लेसमेंट को प्राथमिकता दी जाएगी। वहीं प्रयोगशाला और अन्य वर्कशाप भी अपग्रेड होंगे। अपग्रेड तकनीकी संस्थानों पर 82 करोड़ 14 लाख रुपए खर्च होंगे। सभी पॉलीटेक्निक संस्थान को सेंटर ऑफ एक्सिलेंस के रूप में अपग्रेड करने पर काम शुरू होगा। सभी संस्थानों में शिक्षक एवं कर्मचारी विकास योजना, छात्र विकास योजना, संस्थागत विकास योजना, अनुसंधान एवं नवाचार विकास योजना जैसे कार्यक्रमों में भी तेजी लाई जाएगी।

Posted By: Inextlive