- पटना में दो जगहों पर लगी भीषण आग

- दीदारगंज में प्लास्टिक कबाड़ के गोदाम में लगी आग

- आलमगंज में फर्नीचर कारखाना जलकर हो गया खाक

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- 30 फायर ब्रिगेड की गाडि़यों पहंची मौके पर

- 6 जिलों से बुलाई गई आग बुझाने के लिए गाडि़यां

- 9 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर पाया गया काबू

- 40 लाख रुपए से अधिक की संपत्ति जलकर खाक

PATNA

: पटना में आग से तबाही मच रही है। लगातार आग लगने की घटनाएं हो रही हैं। शुक्रवार देर रात और शनिवार सुबह दीदारगंज और आलमगंज इलाके में आग से लगभग 40 लाख रुपए की संपत्ति जलकर राख हो गई। इससे पहले पटना के प्रमुख कमर्शियल कॉम्प्लेक्स मौर्यालोक में भी बीते 20 जनवरी को आग लगी थी। जिसमें दो दुकानें जलकर खाक हो गई थी। जानकारी के अनुसार, दीदारगंज थाना क्षेत्र के धर्मशाला के पास शनिवार सुबह लगभग 5 बजे एक कबाड़ गोदाम में भीषण आग लग गई। गोदाम में 10 लाख रुपए से अधिक के प्लास्टिक कबाड़ रखे हुए थे। इसके अलावा बीते शुक्रवार देर रात आलमगंज थाना क्षेत्र के पल्लीनगर पटेल कॉलोनी में भी शुक्रवार की देर रात चौधरी फर्नीचर कारखाने में भीषण आग लग गई। जिसमें 30 लाख रुपए से अधिक के फर्नीचर जल गए।

लोगों को सुरक्षित निकाला

कबाड़ के गोदाम में लगी आग इतनी भयानक थी कि एक किलोमीटर दूर से ही आग की लपटें और धुआं दिखाई दे रहा था। गोदाम घनी आबादी के बीच था। इस वजह से लोगों में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। लोग अपने-अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर भागने लगे। वहीं, सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की गाडि़यां और फायर अफसर, कर्मचारी मौके पर पहुंचकर आग बुझाने में जुट गए। साथ ही लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। आग से 10 लाख रुपए से अधिक की संपत्ति जलकर खाक हो गई।

दूसरे जिलों से आई गाडि़यां

आग बुझाने के लिए 30 फायर ब्रिगेड की गाडि़यां बुलाई गईं। भीषण आग को देखते हुए पटना के सभी फायर स्टेशन से दमकल की गाडि़यां पहुंच गई। इसके अलावा हाजीपुर, जहानाबाद, बिहारशरीफ, बाढ़, छपरा, नवादा से भी फायर ब्रिगेड की गाडि़यों ने मौके पर पहुंचकर आग बुझाई। कड़ी मशक्कत के बाद लगभग नौ घंटे बाद आग पर काबू पाया गया।

खाली करना पड़ा घर

घनी आबादी के बीच लगी आग की वजह से लोगों को घर खाली करना पड़ा। दमकलकर्मियों भी मौके पर पहुंचकर कई लोगों को सुरक्षित निकाला। सुबह में कोहरा के कारण भी फायर ब्रिगेड की गाडि़यों को पहुंचने और आग बुझाने में परेशानी हुई। अग्निशमन पदाधिकारी ने बताया कि आग पर काबू पाने के लिए फोम कंपाउंड का भी छिड़काव किया गया। गोदाम के आसपास के घरों को भी आग से नुकसान पहुंचा। घनी आबादी के बीच अवैध तरीके से बने प्लास्टिक कबाड़ गोदाम के मालिक शशि भूषण के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।

फर्नीचर कारखाना भी खाक

आग लगने की दूसरी घटना आलमगंज थाना क्षेत्र के पल्लीनगर पटेल कॉलोनी में चौधरी फर्नीचर कारखाना में हुई। यहां भी आग ने भारी तबाही मचाई। 200 तैयार पलंग, 80 सोफे, फर्नीचर बनाने की लकड़ी, कपड़ा, रैक्सीन, अन्य सामग्री तथा मशीन राख हो गई। मौके पर पहुंची तीन छोटी और तीन बड़ी फायर ब्रिगेड की गाडि़यों की मदद से आग बुझाई गई। कारखाना मालिक मुसल्लहपुर निवासी जितेंद्र कुमार ने बताया कि आग से 30 लाख रुपए से अधिक की संपत्ति जल गई। उन्होंने अज्ञात लोगों पर आग लगाने की आशंका जताई।

कैंप करते रहे अफसर

कबाड़ के गोदाम में भीषण आग की सूचना मिलते ही अग्निशमन विभाग के आलाधिकारी में मौके पर पहुंचे। विभाग की डीजी शोभा अहोतकर, डीआईजी पंकज सिन्हा, कमांडेंट राशिद जमा, डीएसपी अनिरुद्ध प्रसाद, पटना सिटी फायर स्टेशन अफसर अजय कुमार शर्मा समेत कई पदाधिकारी कमान संभाल कर हालात को नियंत्रित करने में जुटे रहे। अधिकारियों ने बताया कि आग लगने की वजह का पता नहीं चल पाया।

इस साल आग की घटनाएं

20 जनवरी

गांधी मैदान थाना स्थित मौर्यालोक कॉम्प्लेक्स में एक ट्रैवल एजेंसी की दुकान में आग लग गई। आग बगल की एक फोटो स्टूडियों में फैल गई। दोनों दुकानों में रखे गए सभी सामान जलकर राख हो गए। आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट बताई गई।

21 जनवरी

बाईपास थाना के बाहरी बेगमपुर स्थित जगदेव पार्क के समीप एक मकान में आग लगी थी। आग से घर का सारा सामान जलकर राख हो गया था। आग से लगभग पांच लाख रुपए से अधिक का नुकसान हुआ था।

14 जनवरी

आलमगंज थाना क्षेत्र के गुलजारबाग स्टेडियम के समीप एक फर्नीचर कारखाना में आग लगने से लकड़ी के फर्नीचर जल गए। आग से पांच से छह लाख रुपए की संपत्ति जलकर राख हो गई।

Posted By: Inextlive