- सड़कों के किनारे सजी जन्माष्टमी की दुकानें सोशल मीडिया पर छाए रहेंगे बाल गोपाल

जन्माष्टमी की तैयारी को लेकर बाल गोपाल कृष्ण के रंग में पटना के बाजार भी रंग गए है। बाजार में न सिर्फ लड्डू गोपाल की प्रतिमाएं सज गई हैं बल्कि कान्हा का झूला, आसन, कपड़े और श्रृंगार के सामानों से बाजार पट गए हैं। अनीसाबाद ठाकुरबाड़ी रोड, कदमकुआं, बोरिंग रोड, कंकड़बाग इलाके में फुटपाथ पर भी जन्माष्टमी का बाजार सज गया है। हनुमान नगर, अशोक नगर, महात्मा गांधी नगर, राजेन्द्र नगर आदि इलाकों में दुकान से लेकर ठेले तक पर जन्माष्टमी का बाजार सजा गया है।

सज गए हैं प्रतिमा और झूले

लड्डू गोपाल और राधा रानी की प्रतिमाओं से बाजार सज गए हैं। कृष्ण के बांसुरी बजाते, पालना में बैठे, माखन खाते कान्हा की प्रतिमा, बालरूप में बांसुरी की तान वाली मुद्रा, मोरपंख धारण किए, नींद में सोते मुद्रा वाली मूíतयों को लोग पसंद कर रहे हैं। बाजार में लड्डू गोपाल और राधा कृष्ण की प्रतिमाएं कई रेंज में मौजूद हैं। चीनी वस्तुओं के बहिष्कार का असर जन्माष्टमी बाजार में भी देखने को मिल रहा है। बाजार में ज्यादातर प्रतिमाएं और सजावटी सामान स्वदेशी हैं। बाजार में मौजूद मूíतयां जिनकी कीमत 150 से लेकर 500 रुपए तक के बीच है, उनकी बिक्री ज्यादा है। हालांकि, बाजार में 3500 रुपए तक की प्रतिमा उपलब्ध है। इस बार कई तरह के झूले भी बाजार में शोभा बढ़ा रहे हैं। लकड़ी से लेकर पीतल और चांदी तक के झूले बाजार में बिक रहे हैं। पटना में दो सौ रुपए से लेकर छह हजार रुपए तक के झूले बाजार में मौजूद हैं। कुछ झूलों में बैट्रियां भी लगी हुई हैं। इन्हें झूलाने के लिए रस्सी खींचने की नहीं बल्कि स्विच दबाने की जरूरत है।

सजावट के सामान की भी मांग

बाजार में बाल कृष्ण के सजावट से जुड़ी सामान की भी बिक्री हो रही है। मूíतयों और झूलों के अलावा कन्हैया को पहनाने वाला मुकुट, बांसुरी, माला, बाजूबंद आदि की अलग से बिक्री हो रही है। यह सब 10 रुपए से लेकर डेढ़ सौ रुपए के बीच में बिक रहे हैं। अलग-अलग रेंज में यह सभी मौजूद हैं। झूला पर रखने के लिए बिछावन, गद्दी और तकिया भी लोग खरीद रहे हैं। घर की मंदिरों के सजावट के सामान भी लोग ले रहे हैं। कान्हा के लिए तरह-तरह की पगडि़यों की भी रेंज बाजार में है। इसमें राजस्थानी, मारवाड़ी, गुजराती पगड़ी शामिल है। इसके अलावा मोर मुकुट वाली पगड़ी भी लोगों को पसंद आ रही है।

छोटे कान्हा के साथ फोटो सेशन, होगा सोशल मीडिया पर अपलोड

कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर छोटे बच्चों को कान्हा और बच्चियों को राधा बनाने का ट्रेंड होता है। जन्माष्टमी के मौके पर मंदिरों में और बाजारों में कान्हा और राधा के दर्शन होते रहे हैं, लेकिन इस बार कोरोना इफेक्ट के कारण मंदिर बंद रहेंगे और सड़कों पर कान्हा और राधा कम ही दिखेंगे। घर पर ही उनका फोटो सेशन होगा और फोटो सोशल मीडिया पर अपलोड की जाएगी।

Posted By: Inextlive