Patna : पटेल नगर रोड नं.-4 में अपना घर छोड़कर रेंट में रह रहे हैं लोग. घर में 3-4 फीट तक लग जाता है नाले का गंदा पानी बदबू से रहना मुश्किल. नगर निगम का चक्कर लगाकर थक चुके हैं लोग कोई सुनने को तैयार नहीं.


1. मीना पिछले 4 महीने से परेशान थीं। स्व। अखिलेश्वर प्रसाद की पत्नी मीना देवी का घर पटेल नगर के रोड नं। 4 में है। उनके घर में नाले का गंदा पानी घुसा हुआ है। इसकी कंप्लेन उन्होंने नगर निगम से लेकर वार्ड पार्षद तक से की, पर किसी ने नहीं सुनी। घर में कीड़े और मच्छर का प्रकोप बढ़ गया। एक दो लोगों की तबीयत भी खराब हो गई। तब उन्होंने जान बचाने के लिए घर छोडऩा ही मुनासिब समझा।
2. रामेश्वर प्रसाद पटेल नगर रोड नंबर-4 में रहते थे। यहां उनका अपना पैतृक आवास है। पर उन्हें भी अपना घर छोड़कर पटेल नगर के रोड नंबर 1 में रेंट के मकान में रहना पड़ रहा है। उनके घर में भी करीब 6 महीने से वाटर लॉगिंग है। जब वे इसकी कंप्लेन करते हैं तो पंपिंग सेट लगाकर पानी निकाल दिया जाता है। एक-दो तो ठीक रहता है, उसके बाद फिर से घर में नाले का पानी जमा हो जाता है।


3. विमलेश्वर प्रसाद का घर पटेल नगर रोड नंबर-4 में है। यह उनका पैतृक आवास है। विमलेश्वर प्रसाद ने भी अपना घर छोड़ दिया है। वाटर लॉगिंग की प्रॉब्लम से वे पूरी तरह से त्रस्त हो चुके थे। लिहाजा उन्होंने बिहार ही छोड़ दिया। अब दिल्ली में शिफ्ट हो गए हैं। उनकी तीन बेटी है। घर में पानी जमा होने से दीवार पर कीड़े रेंगने लगे थे। बच्चों की खातिर उन्होंने घर के साथ स्टेट ही छोड़ दिया। 4. स्टेट हेल्थ सोसाइटी में इम्पलॉई मिथिलेश्वर प्रसाद भी पटेल नगर रोड नंबर-4 स्थित अपना मकान छोडऩे का मूड बना रहे हैं। उनके बेटे व्योमेश आनंद एक प्राइवेट कंपनी में हैं। वे कहते हैं कि हमलोग तंग आ चुके हैं। यहां सड़े पानी में रहने की मजबूरी है। जब इसकी कंप्लेन नगर निगम में करता हूं तो ऑफिसर्स उस एरिया के सुपरवाइजर से मिलने के लिए कहते हैं और सुपरवाइजर सुनते नहीं हैं।लोग आए और सड़क को खोद दिया

यह कहानी सिर्फ चार फैमिली की नहीं है। पटेल नगर एरिया में रहने वाले करीब सभी लोग इससे त्रस्त हैं। इस एरिया के लोगों ने बताया कि सुपरवाइजर के पास जाता हूं तो वे पार्षद के पास जाने के लिए कहते हैं। पार्षद से कंप्लेन करता हूं तो वे नगर निगम के पास जाने के लिए कहते हैं। काफी दौडऩे के बाद नगर निगम के लोग आए और सड़क को खोद दिया। पंपिंग सेट लगाकर पानी निकाला। इससे बस दो दिन राहत मिली उसके बाद स्थिति वही बन गई। मेरे घर में 3-4 फीट तक नाले का गंदा पानी जमा हो जाता है। इस रोड का ड्रेनेज सिस्टम पूरी तरह ध्वस्त हो चुका है। अब हर आदमी अपने घर को ऊंचा तो नहीं करा सकते है ना। खत्म हो चुका है ड्रेनेज सिस्टमइस सड़क का एक चक्कर लगाने से ही स्थिति का पता चल जाता है। ड्रेनेज सिस्टम पूरी तरह से खत्म है। जगह-जगह मैनहोल खुले हैं। उसमें नाले का पानी ऊपर तक आ गया है। सभी में कचरा फंसा है। ड्रेनेज सिस्टम को दुरुस्त कर ही इस एरिया को वाटर लॉगिंग की प्रॉब्लम से मुक्ति दिलाई जा सकती है। बारिश के दिनों में तो यह सड़क बड़े नाले में तब्दील हो जाती है। करीब-करीब हर घर में वाटर लॉगिंग हो जाती है। अब तो इस सड़क में दर्जनों लोगों ने वाटर लॉगिंग की प्रॉब्लस से निजात पाने के लिए गेट के पास की जमीन काफी ऊंची करवा लिया है। साथ ही सीढ़ी से ऊपर जाने के लिए बीच से प्लेटफॉर्म बनवा लिया है। ओपन नाला है साल्यूशन
रोड नंबर-4 में वाटर लॉगिंग के लिए वहां के लोग भी कम दोषी नहीं हैं। सबने ड्रेनेज सिस्टम को तोड़कर उससे घर की नाली को जोड़ दिया है। इससे ड्रेनेज सिस्टम को नुकसान पहुंचा है। अब तो यह पूरी तरह से बैठ गया है। यदि सड़क में ओपन नाला बना दिया जाए तो वाटर लॉगिंग की प्रॉब्लम खत्म हो सकती है। हमारे पास इंफ्रास्ट्रक्चर्स लिमिटेड हैं। रोड नंबर-4 में चैम्बर बनाने का काम शुरू हो गया है। इससे प्रॉब्लम दूर नहीं हुई तो ओपन नाला बनवाना होगा। लोग नाला बनाने का विरोध कर रहे हैं। अब ऐसे में काम करना तो मुश्किल है। आखिर कोई कैसे काम कर सकता है?प्रमिला सिंह, वार्ड पार्षद, वार्ड संख्या - 7. लोग बीमार हो रहे हैंकाफी दिनों से हमलोग प्रॉब्लम झेल रहे हैं। घर में नाले का गंदा पानी जमा हो गया है। इसमें कीड़ा पनप रहा है। इससे लोग बीमार हो रहे हैं। हमारे घर में कइयों को उल्टी-दस्त हो रही है।व्योमेश आनंद।दुर्गंध व मच्छर से परेशान हैंघर में रहना मुश्किल है। नाले का पानी आस-पास जमा है। उसके दुर्गंध व कीड़े-मच्छर से हम परेशान हैं। क्या करें हमें कुछ नहीं सूझ रहा है। कई बार कंप्लेन कर चुके हैं।राधा श्रीवास्तवपूरा घर बदबू देता है
हमलोग पढ़ नहीं पाते हैं। मैं कबसे पापा-मम्मी को कह रहा हूं कि कहीं दूसरी जगह चलकर रहें। हर समय पेट व सिर में दर्द रहता है। पूरे घर में बदबू है। आखिर कैसे इसमें कोई रहेगा?शुभमकोई तो इसका कुछ करेमुझे तो यहां खाना खाने में भी प्रॉब्लम होती है। दुर्गंध के कारण घर में खाना भी मुश्किल होता है। अब जिंदा रहना है तो किसी तरह खाना पड़ता है। कोई तो इसका कुछ करे।मिहिल.

Posted By: Inextlive