- वैक्सीन के लिए छूटे लोगों की संख्या में लाई जाएगी कमी

- विभाग ने पोर्टल अपडेशन के लिए भी की पूरी तैयारी

PATNA:

कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर शुरूआती अभियान जिस जोर-शोर के साथ शुरू किया गया था, उस तरीके से इसमें पार्टिसिपेशन नहीं रहा। रजिस्ट्रेशन करा लेने के बाद भी इसमें कई लोग अबसेंट ही रह गये। अब इस अभियान को मजबूत करने के लिए प्रयास तेज कर दिए गए हैं। खास तौर पर अब जागरूकता बढ़ाने पर है।

खुद उदाहरण बन रहे

वैक्सीनेशन के लिए अधिक से अधिक लोग आएं और इसमें किसी प्रकार की शंका या डर लोगों के मन में न रहे। इसके लिए अब तक कुछ जनप्रतिनिधियों, ब्यूरोक्रेट और वरिष्ठ डॉक्टर सामने आ रहे हैं। इस फेरहिस्त में दीघा के विधायक डॉ संजीव चौरसिया ने खुद को वैक्सीन लगवाया। वहीं, शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत, राज्य स्वास्थ्य समिति के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर मनोज कुमार, बीएमएसआईसीएल के एमडी प्रदीप कुमार झा और प्रिंसिपल सेक्रेटरी सेल के कई पदाधिकारियों ने भी वैक्सीन लिया।

समस्याओं को दूर किया जा रहा

सिविल सर्जन ऑफिस की ओर से मिली जानकारी के अनुसार पहले फेज के वैक्सीनेशन में जो व्यवहारिक समस्याएं आई उसे दूर करने के लिए सभी उपाय किए जा रहे हैं। इसमें प्रमुख रूप से पोर्टल की गड़बड़ी, रजिस्ट्रेशन के मुकाबले अटेंडेंस पूरा न होना, तकनीकी कारणों से सूचना मिलने में देरी और अन्य समस्याएं हैं। सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी ने बताया कि सिस्टम को दुरूस्त किया जा रहा है। ताकि वैक्सीनेशन के लिए कोई समस्या न रहे। इसके लिए ट्रेनिंग सहित अन्य काम किए गए थे। इसके अलावा, लिस्ट में नाम होने के बाद भी यदि कोई अब्सेंट रह जाता है तो उसे एक साथ वैक्सीन देने का भी जल्द कार्यक्रम किया जाएगा। जबकि पोर्टल की वजह से रजिस्ट्रेशन और डाटा आदि की समस्या भी दूर हो रही है।

मोबाइल से मिल रहा मैसेज

जिस प्रकार से रूटीन इम्यूनाइजेशन में एक वैक्सीनेशन के बाद अगले वैकसीनेशन की तारीख बता दी जाती है, ठीक इसी तर्ज पर कोरोना वैक्सीनेशन में भी वैक्सीन लेने की अगली तिथि के बारे में बताया जा रहा जा है। जानकारी हो कि पहले वैक्सीन के डेट के बारे में मोबाइल के मैसेज से ही सूचना संबंधित रजिस्टर्ड व्यक्ति तक भेजा गया था।

साइड इफेक्ट नहीं

सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी ने बताया कि अब तक कोरोना वैक्सीनेशन प्रोग्राम में ऐसी कोई शिकायत जिला स्तर पर नहीं मिली है, जिससे कोई पैनिक हो। आम तौर पर जो रूटीन वैक्सीनेशन में मामूली बुखार आदि आते हैं। लगभग वैसा ही मामूली असर दिखा है। इसकी भी संख्या बहुत कम है। इसलिए वैक्सीन सुरक्षित और प्रभावकारी है।

सभी काम समय पर होंगे

स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के हवाले से बताया गया कि कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर सभी काम समय से होंगे। जैसे पहले वैक्सीन लेने के बाद दूसरा वैक्सीन 28वें दिन दिया जाना है। इसके अतिरिक्त जिस दिन जिस सेंटर पर वैक्सीन दिया जाना है, उस सेंटर पर रजिस्ट्रेशन के मुताबिक वैक्सीन ससमय भेजने का निर्देश है। वहीं, पोर्टल यदि कभी गड़बड़ होता है तो वेटिंग लिस्ट के लोगों को वैक्सीन दिए जाने की बात से इसकी संख्या को बढ़ाने में मदद मिलेगी। इस संबंध में तकनीकी आईटी सेल को मजबूत करने के निर्देश पहले ही दिये जा चुके हैं।

Posted By: Inextlive