70 फीट के रावण 65 फीट के कुंभकर्ण और 60 फीट के मेघनाथ के पुतले का होगा निर्माण


पटना (ब्यूरो)। शहर के ऐतिहासिक गांधी मैदान में दशहरा के मौके पर असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक रावण वध कोरोना संक्रमण काल के दो वर्षो बाद भव्य तरीके से किया जाएगा। रावण वध को लेकर पुतलों का निर्माण चल रहा है। पुतला बनाने का कार्य गया, जयपुर, डिहरी से आए मुस्लिम कारीगर कर रहे हैं। दशहरा कमेटी ट्रस्ट के अध्यक्ष कमल नोपानी ने बताया कि इस बार दशहरे पर 70 फीट का रावण, 65 फीट का कुंभकर्ण और 60 फीट का मेघनाथ का पुतला खास होगा। पुतले के लिए दूसरों राज्यों से वस्त्र मंगाए गए हैं। ग्रीन पटाखे का प्रयोग
पुतलों को जलाने के लिए ग्रीन पटाखे का प्रयोग किया जाएगा। कारीगर मो। अहमद की मानें तो रावण दहन के दौरान रावण, कुंभकर्ण और मेघनाथ के मुख से आग के झरने जैसा फुहारा निकलेगा। गांधी मैदान में रावण की लंका का निर्माण होगा जिसमें पुतलों को जलाया जाएगा। दशहरा कमेटी के सचिव अरुण कुमार ने बताया कि रावण वध को बेहतर बनाने के लिए बेहतर साउंड, लाइट की व्यवस्था होगी। गांधी मैदान के चारों ओर इको साउंड के लिए मशीनें लगाई जाएंगी। वहीं बड़े स्क्रीन पर रावण वध के ²श्य का लोग आनंद उठाएंगे। पुतला निर्माण कार्य में जुटे अधिकतर कारीगर मुस्लिम समुदाय से आते हैं। गया के मो। अफसर की मानें तो वे 15 साल से ये काम कर रहे हैं। मो। अफसर बताते हैं कि रावण का पुतला बनाने में हमें बेहद खुशी होती है। पुतला जलाने के बहाने बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश मिलता है। वे बताते हैं कि पुतला बनाने का कार्य अपने पिता मो। नूर मियां से सीखाा था जो अब नहीं रहे।रामलीला को होगा प्रसारण पुतला बनाने में लगभग एक हजार मीटर कपड़ा, तीन सौ बांस, सौ किलो सुतली और छह ङ्क्षक्वटल कागज लगेगा। वहीं फ्लैक्स के जरिए रावण के दस सिर और आंख की आकृति बनाई जाती है। वहीं दशहरे के मौके पर रामलीला का मंचन बिहार आर्ट थियेटर के कलाकार कालिदास रंगालय में करेंगे। रामलीला करने वाले कलाकारों के लिए अलग-अलग डिजाइन का परिधान होगा। रामलीला के मंचन का सीधा प्रसारण विभिन्न चैनलों के जरिए होगा।

Posted By: Inextlive