- बिहार विश्वविद्यालय सेवा आयोग ने असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती की आवेदन की अंतिम तिथि 2 दिसंबर तक बढ़ाई

PATNA:

पूरे प्रदेश में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद के लिए आवेदन करने वाले कैंडिडेट्स के लिए बड़ी खबर है। बिहार विश्वविद्यालय सेवा आयोग की ओर से असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती के ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 2 दिसंबर 2020 कर दी गई है। पहले आवेदन करने की अंतिम तिथि 2 नवंबर तक थी। कोरोना की समस्या, चुनाव और अभ्यर्थियों की मांग को देखते हुए आयोग की ओर से यह फैसला लिया गया। इस संबंध में शुक्रवार को आयोग के सचिव की ओर से आवेदन बढ़ाने के संबंध में नोटिफिकेशन जारी की गई। जानकारी हो कि यह आवेदन करने के लिए नोटिफिकेशन 23 सितंबर 2020 को जारी की गई थी इस ऑनलाइन आवेदन के माध्यम से 4638 पदों को भरा जाएगा।

एक महीने से उठ रही थी मांग

पूरे प्रदेश में बड़े स्तर पर चुनाव की सरगर्मी और फिलहाल गेस्ट टीचर के तौर पर कार्य कर रहे सैकड़ों शिक्षकों की चुनावी ड्यूटी लग जाने की वजह से ऐसे तमाम कैंडिडेट आवेदन नहीं कर पा रहे थे। उन्हें सालों बाद निकले इस मौके के खो जाने का डर था। इसे लेकर आयोग के समक्ष बार-बार मांग उठ रही थी जिसे आयोग ने गंभीरता से लिया और फॉर्म भरने का डेट बढ़ाने का नोटिफिकेशन जारी कर राहत दिया।

निर्णय का स्वागत

पटना यूनिवíसटी गेस्ट टीचर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर विद्यानंद विधाता ने बताया कि कई टीचरों को इस नियुक्ति प्रक्रिया में आवेदन करने के संबंध में समय सीमा को लेकर परेशानी थी और डेट बढ़ने के साथ ही यह परेशानी दूर कर ली गई है।

हार्ड कॉपी 24 दिसंबर तक करें जमा

आयोग की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक भरे हुए आवेदन की हार्ड कॉपी सभी जरूरी डॉक्यूमेंट्स के साथ भेजने की अंतिम तिथि भी बढ़ा दी गई है। अब कैंडिडेट 24 दिसंबर तक इसे जमा कर सकते हैं। पहले इसे जमा करने की तिथि 24 नवंबर तक ही थी। जानकारी हो कि इस आवेदन प्रक्रिया में बिहार समेत अन्य कई राज्यों के आवेदक भी बड़ी संख्या में अपने आवेदन भेज रहे हैं।

रिक्तियों में कम पद

जहां एक ओर आवेदन की तिथि बढ़ाने को लेकर खुशी का माहौल है तो वहीं टीचर्स के बीच इस बात का मलाल है की प्रदेश स्तर पर आवश्यक रिक्तियों के मुकाबले वैकेंसी नहीं आई है। जानकारी हो कि पूरे प्रदेश स्तर पर विभिन्न विश्वविद्यालयों में करीब 8000 शैक्षणिक पद रिक्त हैं। पटना यूनिवíसटी टीचर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर विद्यानंद विधाता ने इस बात पर खेद जाता है कि राज्य सरकार उच्च शिक्षा को सुचारू रूप से आगे बढ़ाने के लिए सभी पदों पर रिक्तियों के लिए आवेदन नहीं मांग रही जो आवेदन मांगे गए हैं उसमें पदों की जबरदस्त कटौती भी की गई है।

Posted By: Inextlive