PATNA : एक रिसर्च के मुताबिक इस बात की पुष्टि की गई है कि भारतीयों में औसतन 80 परसेंट से 90 परसेंट तक विटामिन डी की कमी होती है. विशेषकर भारतीय महानगरों में यह समस्या बेहद आम है. इसी कन्सर्न को लेकर आईएमए की ओर से देशव्यापी स्तर पर राइज एंड साइन कैंपेन शुरू किया गया है. इस संबंध में आईएमए हॉल में आयोजित कांफ्रेंस में एसोसिएशन के नेशनल पे्रसिडेंट पद्मश्री डॉ एसएस अग्रवाल और ऑनररी सेक्रेटरी पद्मश्री डॉ केके अग्रवाल ने इस समस्या को गंभीर बताया है. इंडोक्रिनोलॉजिस्ट डॉ वेद प्रकाश ने बताया कि विटामिन डी शरीर से कैल्शियम और फॉस्फोरस को सोखने में मदद करता है. यह हड्डियों की मजबूती और अच्छी सेहत के लिए जरूरी है. विटामिन डी दिल के दौरे कॉन्जिनीटिव डिसऑडर डायबिटीज और कैंसर से सुरक्षा करने में कारगर है.

 

 

60 डॉक्टरों ने किया था टेस्ट 

कांफ्रेंस के दौरान बताया गया कि विटामिन डी की डिफिसिएंसी के प्रति जागरूक करने के उद्ेश्य से शुरू की गई इस पहल में शहर के 60 डॉक्टरों ने जागरूकता फैलाने के लिए शामिल हो गए हैं। आगामी दो साल में यह जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इस मुहिम का मकसद देश के 128 शहरों और 1500 शाखाओं के अंतर्गत आईएमके ढ़ाई लाख सदस्यों को आगामी दो साल में जागरूक करेंगे। इस संबंध में डॉक्टरों को पŽिलक स्पीकिंग, पेशेंट का रिकार्ड ऑनलाइन रखना, पीडि़त के परिवार को मौत की जानकारी देना आदि के संबंध में स्किल डेवलप कराया जाएगा। गर्भावस्था और स्तनपान कराने वाली महिलाओं कि लिए सप्लीमेंट लेना बहुत जरूरी है।

Posted By: Inextlive