पटना एर्नाकुलम एक्सप्रेस ठेकेदार सुधीर कुमार ले जा रहा था पुणे


पटना (ब्यूरो)। आरपीएफ पटना जंक्शन निरीक्षक प्रभारी सुशील कुमार के नेतृत्व में उप निरीक्षक मनीष कुमार, प्रशांत चौधरी, कनक और बीपीन, चौधरी के सहयोग से मानव तस्करी करने वाले गिरोह के सदस्य को बुधवार को पटना जंक्शन से गिरफ्तार कर लिया गया है। आरपीएफ से मिली जानकारी के मुताबिक 22670 पटना पुणे एर्नाकुलम एक्सप्रेस से तीन बच्चे को तस्कर से मुक्त कराया है। तीनों बच्चों को ट्रेन से पुणे ले जाया जा रहा था। ठेकेदार गिरफ्तार


आरपीएफ के अधिकारियों ने बताया कि पुणे पटना एर्नाकुलम एक्सप्रेस के पिछले गार्ड ब्रेक से सटे साधारण कोच में बच्चों को संदेहास्पद स्थिति में देखा गया। उनसे पूछने पर अपना नाम पता नहीं बता पाए। और एक ने बताया कि हम लोग जहानाबाद से कोयंबटूर मजदूर का काम करने के लिए ठेकेदार सुधीर कुमार के साथ जा रहे हैं.बच्चों द्वारा एक व्यक्ति सुधीर कुमार को इंगित करते हुए पहचान कराई। जिसपर कथित ठेकेदार सुधीर कुमार उम्र 30 वर्ष, पे। नरेश प्रसाद, से। सूपी, थाना मखदुमपुर, जिला जहानाबाद को पूछताछ हेतु रोका गया। सुधीर कुमार ने बताया कि मैं अपने साथ तीन बच्चों को पटना से कोयंबटूर मजदूरी का काम कराने के लिए ले जा रहा था।

घर से बहला फुसला कर ले जा रहा था


राजा कुमार उम्र 16 वर्ष पिता बालरूप मांझी, मनीष कुमार, उम्र 14 वर्ष, पिता साहेब मांझी, शकुन कुमार, उम्र 15 वर्ष, पिता कारू मांझी, सभी ग्राम कलानौर, थाना मखदुमपुर जिला जहानाबाद को ठेकेदार सुधीर कुमार घर से बहला- फुसला कर मजदूरी कराने के लिए ले पुणे जा रहा था। रेस्क्यू किए गए नाबालिक बच्चों को ठेकेदार सुधीर कुमार को बाल अपराध एवं मानव तस्करी का बोध कराते हुए एक लिखित शिकायत पत्र के साथ जीआरपी पटना को अग्रिम कार्रवाई हेतु सुपुर्द किया गया जहां कांड संख्या 300/22, अंतर्गत धारा 370/373 आईपीसी 79, जेजे एक्ट 03 चाइल्ड लेवल प्रोटेक्शन, मानव तस्करी एक्ट 2014 एवं 17 के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है।

Posted By: Inextlive