आर्यभट्टï ज्ञान विवि में बिहार दिवस पर तीन दिवसीय कार्यशाला की हुई शुरुआत

पटना (ब्यूरो)। स्कूल आफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन, आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय में बुधवार को बिहार दिवस पर तीन दिवसीय पटकथा लेखन कार्यशाला कला, संस्कृति एवं युवा विभाग तथा बिहार राज्य फिल्म विकास एवं वित्त निगम लिमिटेड के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित की जा रही है। इसमें पटना वीमेंस कालेज, मौलाना मजहरुल हक अरबी एवं फारसी विश्वविद्यालय तथा आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय के 150 विद्यार्थी व शिक्षक प्रतिभागी हैं। पहले दिन एसडब्ल्यूए, मुंबई के प्रेसिडेंट राबिन भट्ट एवं फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट््यूट आफ इंडिया, पुणे के पटकथा लेखन विभाग के अध्यक्ष केतकी पंडित ने प्रतिभागियों को टिप्स दिए। राबिन भट्ट ने कहा कि पठकथा लेखन क्षेत्र में चार लाख से अधिक रोजगार को सृजित करने की क्षमता है। लेखन गुणवत्ता के आधार पर अत्यधिक आर्थिक लाभ भी प्राप्त किया जा सकता है। परिपक्व कहानी तथा फिल्मों के गणित का हुनर इस क्षेत्र में किसी व्यक्ति को सफल बना सकता है। लेखक हर जगह हैं, सिर्फ उन्हें प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है। केतकी पंडित ने स्क्रीनराइटर की भूमिका तथा स्क्रीनप्ले की बारीकियों को साझा किया।

मधुबनी पेंटिंग को प्रोत्साहन

मुख्य अतिथि वंदना प्रेयषी ने कहा कि बिहार सरकार मधुबनी पेंङ्क्षटग, पटकथा लेखन आदि को प्रोत्साहन देने की योजना के साथ ही विभिन्न सर्टिफिकेट, लघु व दीर्घ कोर्स से इसे व्यावसायिक रूप प्रदान करने को प्रयासरत है। इसमें आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय का अहम योगदान होगा। स्कूल आफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन के निदेशक इफ्तेखार अहमद, कुलसचिव ई। राजीव रंजन ने भी प्रतिभागियों को संबोधित किया। एसजेएमसी की समन्वयक डा। मनीषा प्रकाश ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

Posted By: Inextlive