Studies mein sporty entry
इससे कोई फर्क नहीं पड़ता
पटना यूनिवर्सिटी को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। यूनिवर्सिटी में जितनी हाय-तौबा स्पोट्र्स कोटा पर एडमिशन को लेकर होती है, उसका एक-चौथाई इंटरेस्ट भी स्पोट्र्स एक्टिविटीज में नहीं लिया जाता। यहां ना स्पोट्र्स इवेंट होते हैं और ना इसके लिए किसी को चिंता है। पीयू में स्पोट्र्स, सिर्फ एडमिशन लेने के लिए बैकडोर एंट्री का जरिया बनकर रह गया है.
पैसों का रोना, पर खर्च का होश नहीं
स्टेट की दूसरी यूनिवर्सिटीज की तरह पीयू एडमिनिस्ट्रेशन भी इंफ्रास्ट्रक्चर और पैसों का रोना रोता है, पर जब पैसे मिलते हैं तो खर्च करने की सुध भी नहीं होती। स्टेट गवर्नमेंट के स्पोट्र्स, आर्ट एंड कल्चर डिपार्टमेंट ने मई 2008 में पीयू एडमिनिस्ट्रेशन को 2.28 लाख रुपए स्पोट्र्स एक्टिविटीज कराने के लिए सैंक्शन किए। इस बात को चार साल बीत चुके हैं, पर पीयू एडमिनिस्ट्रेशन इसे खर्च तक नहीं कर पाया है। अब डिपार्टमेंट ने इस पैसे की वापसी के लिए लेटर भेज दिया है.
प्लानिंग से आगे नहीं बढ़ी गाड़ी
स्पोट्र्स के लिए फंड आया, पर चार सालों में पीयू एडमिनिस्ट्रेशन प्लानिंग से आगे बढ़ नहीं पाया। कोई खेल नहीं हो सका है। इसके अलावा नवंबर 2012 में ही इंटर स्टेट स्पोट्र्स मीट है, जिसमें पीयू को लॉन टेनिस और टेबल टेनिस में अपनी टीम भेजनी है। हालांकि अभी तक ना टेबल टेनिस बोर्ड की व्यवस्था है और ना ही लॉन टेनिस के रैकेट की.
Proposed sports event
* पटना साइंस कॉलेज
इंटर कॉलेज एथेलेटिक्स
* बीएन कॉलेज
टेबल टेनिस (मेन-वीमेन दोनों कैटेगरी)
बास्केट बॉल (मेंस कैटेगरी)
फुटबॉल (मेंस कैटेगरी)
* मगध महिला कॉलेज
चेस (मेन-वीमेन दोनों कैटेगरी)
कबड्डी (वीमेंस कैटेगरी)
* वाणिज्य महाविद्यालय
क्रिकेट (मेन-वीमेन दोनों कैटेगरी)
* कॉलेज ऑफ आर्ट एंड क्राफ्ट
इंटर कॉलेज कांप्टीशन
* डिपार्टमेंट ऑफ उर्दू
इंट्रा कॉलेज कांप्टीशन
Fund distribution in sports
* टेबल टेनिस बोर्ड : 36,000
* टेबल टेनिस बॉल : 5,000
* टेबल टेनिस रैकेट : 2,400
* फुटबॉल : 4,800
* वॉलीबॉल : 7,200
* बास्केट बॉल : 6,000
Fund distribution in tournament
* फुटबॉल टूर्नामेंट : 20,000
* वॉलीबॉल टूर्नामेंट : 15,000
* बास्केट बॉल टूर्नामेंट : 15,000
* टेबल टेनिस टूर्नामेंट : 5,000
हमने प्रपोजल तो तैयार कर लिया है, पर अभी अप्रूव नहीं हुआ है। जैसे ही अप्रूव होगा, स्पोट्र्स कांप्टीशन शुरू हो जाएंगे।
प्रो एजाज अली अरशद