- सबसे जरूरी है प्रीकॉशन, न इनफेक्ट हों और न करें

- वैक्सीनेशन और दवा है कारगर उपाय

PATNA : भले ही स्वाइन फ्लू का इलाज महंगा है लेकिन इसकी जानकारी और प्रीकॉशन का ख्याल करें तो कहीं समस्या नहीं रहेगी। अब तक जो जानकारी मिली है उसमें महत्वपूर्ण है कि जहां पहले से इनफेक्शन का ट्रेंड मिल रहा है वहीं से यह और स्प्रेड हो रहा है। एक्सपर्ट का मानना है कि इसके स्प्रेड को रोकना ही चैलेंज है। पीएमसीएच माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट के हेड डॉ एसएन शर्मा ने बताया कि इसके बारे में जानकारी हो और उसे पूरा फॉलो किया जाए तो घबराने वाली कोई बात नहीं है।

पूरा कराएं ट्रीटमेंट

अगर कोई इससे प्रभावित होता है तो उसे डॉक्टर की एडवाइस के मुताबिक इलाज कराना चाहिए। एक्सपर्ट का कहना है कि इससे माइल्ड इलनेस देखा जाता है लेकिन सीवियर केसेज हाई रिस्क पेशेंट में ही देखा जाता है।

शुरू के सात दिन परेशानी

डॉ दिवाकर तेजस्वी ने बताया कि इनफेक्शन का फ‌र्स्ट वीक परेशानी भरा होता है, लेकिन पेशेंट घबराएं नहीं बल्कि सावधानी बरतें। अगर इनफेक्टेड पर्सन के संपर्क में आएं या उस एरिया में जाएं तो मास्क जरूर लगा लें। साथ ही जो भी दवा लें उसे डॉक्टरों की एडवाइस के मुताबिक लें। बचाव के लिए वैक्सीन का यूज किया जा सकता है।

कौन हैं हाई रिस्क ग्रुप

- पांच साल से कम उम्र का बच्चा

- प्रेगनेंट लेडीज, म्भ् से अधिक उम्र के लोग

- डायबिटिज और किडनी पेशेंट्स

बचाव

- डॉक्टर की एडवाइस पर इन्फ्लूवैक वैक्सीन लें

- मास्क लगाकर चलें

- इनफेक्टेड एरिया या ऐसे पर्सन से मिलें तो हाथ धो लें

- टेस्ट एन वन एच वन का पीसीआर टेस्ट करा लें

Posted By: Inextlive