Patna : दशम पातशाह के जन्मोत्सव पर तख्तश्री हरिमंदिर जी पटना साहिब में श्रद्धालुओं की भीड़ देखते बन रही थी. दर्शन करने का सिलसिला सुबह में शुरू हुआ जो देर रात तक चलता रहा. बच्चे-बड़े जेंट्स-लेडीज हर कोई 'वाहे गुरु' की धुन में मस्त था.


गोविंद प्रकाश का विमोचन
रागी जत्था भाई मनिंदर, भाई नविंदर, रणजीत सिंह, भाई जोगिंदर सिंह, भाई सतिंदरपाल सिंह, भाई रजनीश सिंह ने कीर्तन पेश किया। ज्ञानी पिंदरपाल सिंह ने कथा कही, वहीं जत्थेदार भाई इकबाल सिंह ने शस्त्रों का दर्शन कराकर विशेष अरदास किया। शुक्रवार को सीएम नीतीश कुमार, विस के प्रेसिडेंट उदय नारायण चौधरी, मिनिस्टर नंदकिशोर यादव व श्याम रजक भी पटना साहिब पहुंच कर दरबार साहिब और विशेष दीवान में मत्था टेका। सीएम ने गोविंद प्रकाश पुस्तक का विमोचन भी किया। चीफ पोस्टमास्टर जेनरल बिहार सर्किल की मौजूदगी में सीएम ने गुरु गोविंद सिंह जी महाराज पर पांच रुपए का डाक टिकट जारी किया। तख्तश्री कमेटी के जीएस ने सीएम से तख्तश्री पटना साहिब के आसपास दो किमी के एरिया को स्प्रिच्युअल कांपलेक्स घोषित करने की मांग की। उन्होंने रिहाइश की कमी को देखते हुए चौक थाना की जमीन भी कमेटी को सौंपने की मांग की। सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि गुरुपर्व के बाद हमारे पास पास प्लान बनाकर आएं, सब काम होगा। जन्म की कथा, कीर्तन व आतिशबाजी


रात दस बजते ही रिहाइश के कमरे से लोगों के कदम दशमेश दरबार की ओर बढ़े। वहां पैर रखने तक की जगह नहीं थी। हर कोई किसी तरह से महाराज के प्रकाश की रात के समय दरबार साहिब में रहना चाहता था। रात में गर्भगृह का दरवाजा खुल जाता है। जन्म से पहले कथा व कीर्तन आयोजित हुआ। जन्म के आयोजन की कमान जत्थेदार भाई इकबाल सिंह व मुख्य ग्रंथी भाई राजेंदर सिंह ने संभाला। देर रात के बाद आतिशबाजी के साथ ही श्रद्धालु वाहे गुरु-वाहे गुरु, बोले सो निहाल सतश्री अकाल जयकारे के साथ महाराज के जन्म की बधाइयां देने लगे।

Posted By: Inextlive