डीटीओ की रोक के बावजूद सड़कों पर दौड़ती रही का मृतक कार मालिक के नाम को कार का करा लिया गया इंश्योरेंस.

पटना (ब्यूरो)। एक पिक्चर आई थी टार्जन द वंडर कार। जिसमें कार अपने मालिक की हत्या का बदला लेती है। कुछ इसी तरह की घटना पटना में भी हुई। जहां मालिक की मौत और विवादित होने के बावजूद कार फर्राटे भर रही थी। दरअसल, पाटलिपुत्र थाना क्षेत्र स्थित अटल पथ पर बीते रविवार को अनकंट्रोल कार ने सेल टैक्स के असिस्टेंट कमिश्नर असीम कुमार स्कूटी में जोरदार टक्कर मार दी थी। जिसमें असीम कुमार की मौत हो गई थी। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने पड़ताल की तो पता चला कि किलर कार बन मारुति स्विफ्ट सड़क पर दौड़ रही थी। कार विवादों में थी इसलिए डीटीओ ने उसके परिचालन पर रोक लगा दी थी। जिसके लिए पटना पुलिस को लेटर भी लिख गया था। इसके बावजूद कार चलती रही और पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इतना ही नहीं, कार के ओनर की 9 मार्च, 2015 में मृत्य हो गई थी। उन्हीं के नाम पर 15 दिसंबर, 2021 को कार का इंश्योरेंस भी करा लिया गया।

यह था मामला
नागेश्वर कॉलोनी बोरिंग रोड के रहने वाले उदय कुमार सिन्हा के नाम पर मारुति स्विफ्ट कार थी। जिसका नंबर बीआर01एक्यू9718 है। उनकी मृत्यु के बाद उनकी एडॉप्टेड बेटी डॉ। शम्पा ने कार और संपत्ति पर अपना दावा किया और कार अपने नाम पर रजिस्टर्ड करा लिया। इसके उदय प्रसाद सिन्हा के रिश्तेदार रौशन कुमार ने भी कार पर अपना दावा जताते कार ट्रांसफर करने पर आपत्ति जताई। उसके बाद पटना के तत्कालीन एडीटीओ पुरुषोत्तम कुमार ने डॉ। शम्पा का रजिस्ट्रेशन कैंसिल कर गाड़ी दोबारा उदय सिन्हा के नाम पर कर दिया। उन्होंने इसका कारण कोर्ट में संपत्ति विवाद बताया। तत्कालीन एडीटीओ ने पटना पुलिस को एक लेटर भेजा। जिसमें बताया गया कि जब तक कोर्ट से मामले का निपटारा नहीं हो जाता है तब गाड़ी के परिचालन पर रोक लगाई जाए। उसके बाद से गाड़ी रौशन कुमार के कब्जे में है। इसके बावजूद गाड़ी धड़ल्ले से सड़क पर दौड़ रही थी और पुलिस कुछ नहीं कर पाई। नतीजन अटल पथ पर कार ने स्कूटी सवार सेल टैक्स के असिस्टेंट कमिश्नर को टक्कर मार उनकी जान ले ली।

ट्रांसपोर्ट कमिश्नर को लिखा था लेटर
डॉ। शम्पा ने कार को जब्त करने के लिए इसी वर्ष 18 सितंबर को ट्रांसपोर्ट कमिशन को लेटर लिखा था। उन्होंने लेटर में लिखा था कि कार के मालिक और मेरे पिता उदय प्रसाद सिन्हा जीवित नहीं है और एक्सीडेंट होने के बाद इंश्योरेंस कंपनी से मुआवजा लेने के लिए वे उपलब्ध नहीं होंगे। इसके अलावा मेरी माताजी की भी मृत्यु हो चुकी है। इसलिए कार को जब्त किया जाए। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।

क्या कहा था डीटीओ ने
डीटीओ ने 8 जून, 2016 को कोतवाली थानाध्यक्ष के नाम एक लेटर जारी किया था। जिसमें लिखा गया था कि कार मालिक उदय कुमार सिन्हा की मृत्यु 9 मार्च, 2015 को हो गई। प्रॉपर्टी का विवाद कोर्ट में पेंडिंग है। कार का बीमा भी खत्म हो गया है। कार कोतवाली थाना क्षेत्र के नागेश्वर कॉलोनी बोरिंग रोड निवासी रौशन कुमार सिन्हा के पास है। जब इस केस में कोर्ट का निर्णय नहीं आता है तबतक कार के परिचालन पर रोक लगाई जाती है। ऐसी स्थिति में यदि कार का परिचालन होता है तो उसे जब्त किया जाए।

मृतक के नाम करा लिया इंश्योरेंस
किलर कार अभी रौशन कुमार सिन्हा के पास है। डीटीओ की रोक के बावजूद रौशन कुमार सिन्हा कार का परिचालन कर रहे हैं। इतना ही नहीं कार के मालिक उदय कुमार सिन्हा की मृत्यु वर्ष 2015 में हो चुकी है। उनके नाम से ही कार का इंश्योरेंस 15 दिसंबर, 2021 को यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी में करा लिया गया। जिसका पॉलिसी नंबर 210901312पी109247 है।

पुलिस की कार्यशैली पर उठ रहे सवाल
- डीटीओ ने वर्ष 2016 में कार के परिचालन पर रोक लगाने के लिए कोतवाली थाना को लेटर लिखा था।
- रौशन कार को लगातार चला रहा है। लेकिन कोतवाली पुलिस उसे रोक नहीं पाई।
- आखिर किसके दबाव में 6 वर्षों तक कोतवाली पुलिस चुपचाप बैठी रही।
- पुलिस यदि रोक लगाती तो अटल पथ पर किलर कार से असीम की जान नहीं जाती।
- पटना पुलिस पर भी इस मामले में दोषी मानते हुए एफआईआर दर्ज क्यों नहीं किया जाए।
- क्या पुलिस के पास विवादित कार के परिचालन को रोकने के लिए कोई सिस्टम है। ताकि इस तरह की कार को आसानी से पहचाना जा सके।
- आखिर विभागों की निर्देश को पुलिस अनदेखी क्यों करती है।

कहीं कुछ कवरअप करने की कोशिश तो नहीं
कार के परिचालन पर रोक के बारे में ट्रैफिक थाना गांधी मैदान के थानाध्यक्ष ने बताया कि वर्ष 2016 में डीटीओ ने कार के परिचालन पर रोक लगाई थी। उसके कुछ महीने बाद ही डीटीओ की ओर से रोक हटा ली गई। वहीं, डॉ। शम्पा के पति रिटायर्ड आईपीएस अजय वर्मा ने बताया कि यदि रोक हटाई गई तो उससे संबंधित कोई भी लेटर आजतक मेरी पत्नी को नहीं मिला। उन्होंने आरोप लगाया कि कहीं किसी को बचाने की कोशिश तो नहीं हो रही।

Posted By: Inextlive