सिविल सर्जन कार्यालय और अस्पताल के पास ही है कूड़ा डंपिंग यार्ड

पटना (ब्यूरो)। सालों बीत गए और कूड़ा अब तक नहीं हटा गर्दनीबाग स्थित डंपिंग यार्ड से। पूर्व में चर्चा थी कि बैरिया में जब डंपिंग यार्ड में कूड़ा का समुचित रूप से निष्पादन होगा तो यह यह हट जाएगा। लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। बल्कि इस कूड़ा प्वाइंट से महज 20-25 मीटर की दूरी पर सिविल सर्जन कार्यालय और गर्दनीबाग हॉस्पिटल मौजूद है। यहां लोगों को दिन भर कूड़ा डंप किये जाने के कारण नाक पर रूमाल रखकर डॉक्टर के पास पहुंचना पड़ता है। यह समस्या लोगों को कम दो दशकों से झेलना पड़ रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि यहां से कूड़ा प्वाइंट हटाने की मांग की गई थी, लेकिन इसे नजरअंदाज कर दिया गया।


हर दिन करीब पांच हजार लोग प्रभावित
सिविल सर्जन कार्यालय और गर्दनीबाग ऑफिस में दिन भर करीब पांच हजार लोग यहां आते हैं। इसके अलावा हजारों लोग गर्दनीबाग पुल के पास से स्टेशन, मीठापुर, सचिवालय समेत अन्य स्थानों से आने-जाने के लिए यहां से गुजरते हैं। यानि हजारों लोग हर दिन जाने-अनजाने दुर्गंध में रहने को मजबूर हैं। जबकि सिविल सर्जन कार्यालय में तमाम प्रकार की सर्टिफिकेट आदि बनाने के लिए लोगों का आना-जाना लगा रहता है।

पुल पर चढ़ते ही आने लगती है दुर्गंध
जहां एक ओर पटना नगर निगम ने पाटलिपुत्र कूड़ा डंपिंग को घेर दिया है। ताकि खुले आम गंदगी और इसका असर कम हो, वहीं गर्दनीबाग एरिया के डंपिंग यार्ड बिल्कुल खुला है। यही वजह है कि गर्दनीबाग पुल पर चढऩे के साथ ही दूर से ही दुर्गंध आने लगती है। वहीं, सिविल सर्जन ऑफिस से सटे धरना स्थल पर अलग-अलग संगठनों के द्वारा अपने लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए जुटान होता है। सभी दुर्गंध और गंदगी से प्रभावित हैं।

सफाई पर अनदेखी
पटना नगर निगम का यह दावा रहा है कि कचरा डिस्पोजल, रिसाइकल, रीयूज आदि में बेहतर कार्य किया जा रहा है। लेकिन जमीनी हकीकत इससे इतर है। पटना शहरी क्षेत्र में एक ओर गर्दनीबाग कूड़ा डंपिंग यार्ड बना है और दूसरा न्यू पाटलिपुत्र कॉलोनी से सटे, पानी टंकी के पास कूड़ा यार्ड है। न्यू पाटलिपुत्र कॉलोनी का यार्ड सघन रिहाइशी इलाके के बीच में है जबकि गर्दनीबाग का कूड़ा -कचरा यार्ड सिविल सर्जन कार्यालय और गर्दनीबाग हॉस्पिटल के पास अवस्थित है। इन दोनों ही जगहों पर सैंकड़ों टन कूड़ा डाला जाता है।

Posted By: Inextlive