पटना का एक्यूआई वेरी पूअर गर्मी भी सीजन में सबसे प्रचंड स्तर पर बुधवार को दिल्ली से भी ज्यादा प्रदूषित रहा पटना

पटना (ब्यूरो)। राजधानी पटना में भीषण गर्मी ने पटनाइट्स का हाल बेहाल कर दिया है। बुधवार को पटना का अधिकतम तापमान 43 डिग्री रिकार्ड किया गया। वहीं पटना की एयर क्वालिटी इंडेक्स
(एक्यूआई)337 रिकार्ड किया गया। 26 अप्रैल को यह 281 रिकार्ड किया गया था जबकि अधिकतम तापमान 43 डिग्री ही था। मौसम विभाग से प्राप्त आंकड़ों के विश्लेषण के अनुसार, बीते तीन साल में यह अब समर सीजन में सबसे गर्म अप्रैल रहा है। 2019 में अप्रैल में अधिकतम तापमान 42.6 और 2016 में 44.5 डिग्री तापमान था। मौसम विज्ञानी की मानें तो प्रदेश के दक्षिणी भागों में पछुआ की मजबूत स्थिति बनी हुई है। यह अगले तीन दिनों तक रहेगी। बिहार में शनिवार से पुरवा हवा के मजबूत होने की संभावना है। हिमालय के आसपास से चली पुरवा हवा राज्य में पहुंचने के बाद ही लू से राहत मिलेगी। फिलहाल, लू की वजह से सड़कों पर दिन में सन्नाटा पसर जाता है और रात में भी गर्मी का असर महसूस किया जा रहा है।
जिलों मेंं लू का अलर्ट
बिहार के बक्सर, भोजपुर, रोहतास, कैमूर, औरंगाबाद, अरवल, पटना, गया, जहानाबाद, नवादा, नालंदा, शेखपुरा, भागलपुर में लू का असर शुक्रवार तक जारी रहेगा। वहीं, पूर्वी व पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज, सिवान, सारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, वैशाली, समस्तीपुर, सुपौल, अररिया, किशनगंज, सहरसा, मधेपुरा, पूर्णिया, कटिहार जिलों में शनिवार और रविवार को मेघ गर्जन के साथ हल्की बारिश के आसार हैं।

बक्सर रहा सबसे गर्म
मौसम विज्ञान केंद, पटना के अनुसार बुधवार को 44.7 डिग्री सेल्सियस के साथ बक्सर प्रदेश का सबसे गर्म स्थान दर्ज किया गया.औरंगाबाद का अधिकतम तापमान में 0.4 डिग्री की वृद्धि के साथ 43.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। रोहतास का 43.2 डिग्री, सिवान का 42.6 डिग्री, गया का 43.5 डिग्री, नवादा का 44.0 डिग्री, जमुई का 43.4 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया गया।

निगम के उपाय नाकाफी
पटना नगर निगम इन दिनों लगातार शहर में प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए वाटर स्प्रिंकलर लगा रहा है। साथ ही सड़कों की वाटर स्प्रिंकलिंग हो रही है और मैनुअल सफाई भी हो रही है। लेकिन समस्या यह है कि जहां रूटीन सफाई व्यापक पैमाने पर हो रही है, उसी प्रकार, वाटर स्प्रिंकलिंग का काम नहीं हो रहा है। पटना नगर निगम की मेयर सीता साहू ने बताया कि अभी वाटर स्प्रिंकलिंग का काम शहर के वीआईपी इलाकों और प्रमुख सड़कों जैसे बेली रोड, कंकड़बाग, बोरिंग रोड आदि में ही किया जा रहा है। इस वजह से सभी इलाकों में एक्यूआई को बेहतर बनाने में मदद नहीं मिल रही है। उपाय नाकाफी है। बुधवार को पटना कई प्रमुख शहरों से अधिक प्रदूषित रहा।

Posted By: Inextlive